पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन्स के बोइंग 777 जेट विमान पर भारतीय वायुसेना बारीकी से नज़र रखे हुए थी, जब वह पिछले सप्ताह भारी बारिश के चलते लाहौर हवाई अड्डे पर लैण्ड नहीं कर पाया था, और भारतीय हवाईक्षेत्र में आ गया था.
16 साल पुराने बोइंग 777 विमान के ज़रिये संचालित की जा रही PIA की उड़ान PK-248 ने 4 मई को मस्कट से लाहौर के अल्लामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन खराब मौसम के चलते लैण्डिंग रद्द करनी पड़ी.
सूत्रों के मुताबिक, विमान को जिन हालात का सामना करना पड़ रहा था, उसकी सूचना दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को दी गई थी, जिसके बाद ATC ने मौसम के मद्देनज़र विमान का मार्ग बदलने देने की दरख़्वास्त पर कार्रवाई की थी.
सूत्रों ने बताया, "खराब मौसम के कारण PIA विमान के भारतीय हवाईक्षेत्र में उड़ान भरने की घटना को लेकर लाहौर और दिल्ली ATC के बीच समन्वय रखा गया, और इसकी जानकारी वायुसेना के साथ भी साझा की जा रही थी..."
"भारतीय वायुसेना को जानकारी थी, और वह हालात पर नज़र रखे हुए थी..."
दुनियाभर में विमानों की आवाजाही पर नज़र रखने के लिए व्यावसायिक रूप से उपलब्ध ऐप फ़्लाइट रडार 24 पर लगे ट्रैकर से पता चला कि PIA विमान ने भारतीय हवाईक्षेत्र में प्रवेश के तुरंत बाद 4 मई को रात 8:42 बजे पंजाब के भिखीविंड शहर के उत्तर में उड़ान भरी.
इसके बाद दक्षिण-पश्चिम की ओर मुड़ जाने से पहले विमान ने तरनतारन शहर के ऊपर से उड़ान भरी और आखिरकार पाकिस्तानी हवाईक्षेत्र में फिर प्रवेश कर गया, और फिर मुल्तान जाकर लैण्ड किया.
सूत्रों ने NDTV को जानकारी दी कि IAF ने इस घटना के दौरान लड़ाकू विमानों को रवाना नहीं किया था...
PIA को भारतीय हवाईक्षेत्र से होकर कुआलालम्पुर और बैंकॉक की उड़ानों सहित चुनिंदा उड़ानें संचालित करने की अनुमति है. कई भारतीय एयरलाइन भी पाकिस्तानी हवाईक्षेत्र में पश्चिमी देशों के लिए दैनिक उड़ानें संचालित करती हैं.
PIA की उड़ान PK-248 से जुड़ी घटना और क्षेत्र में खराब मौसम के कारण मार्ग बदलने का अनुरोध असामान्य नहीं है.
लाहौर और भारत-पाकिस्तान सीमा बेहद करीब होने के बावजूद ATC हमेशा ही उड़ानों के सुरक्षित संचालन को प्राथमिकता देते हैं, जैसा इस मामले में किया गया, और PIA के विमान द्वारा अनियोजित मार्ग परिवर्तन के बारे में दिल्ली ATC को सूचना दी गई.