भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बना हुआ है. साल 2024 में यह 6.2 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है. ग्रोथ के मामले में भारत ने अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी को भी पीछे छोड़ दिया है.दुनिया की दो प्रमुख अर्थव्यस्थाएं, जापान और यूके को इन दिनों मंदी का सामना करना पड़ रहा है, ये उन वित्तीय संघर्षों को उजागर करती हैं, देश जिनका सामना कोरोना महामारी के बाद कर रहे हैं.
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मंदी का सामना कर रहे जापान-ब्रिटेन
हाल ही में ब्रिटेन 2023 की चौथी तिमाही में 0.3 प्रतिशत पर पहुंचने के साथ ही आधिकारिक तौर पर मंदी का सामना कर रहा है. ब्रिटेन में इस साल के अंत में आम चुनाव होने हैं, ऐसे में देश का आर्थिक मंदी का सामना करना प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के लिए एक बड़ी चुनौती है.
जापान भी कभी दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर था, लेकिन कोरोना महामारी के बाद यहां की वित्तीय व्यवस्था भी चरमरा गई, और यह उबरने के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है. जापान अब दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की सूची में जर्मनी से नीचे यानी कि चौथे स्थान पर खिसक गया है.
जर्मनी भी चुनौतियों से जूझ रहा
जर्मनी पहले से ही अपने निर्यात-निर्भर विनिर्माण क्षेत्र में चुनौतियों से जूझ रहा है, रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद ऊर्जा की बढ़ती कीमतों से प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना कर रहा है. इसके अलावा, यूरोपीय सेंट्रल बैंक के ब्याज दरें बढ़ाने के फैसले और बजट के आसपास की अनिश्चितताओं के साथ-साथ कुशल श्रम की पुरानी कमी ने जर्मनी की आर्थिक वृद्धि को और बाधित कर दिया है.
भारत, निवेशकों के लिए बड़ा बाजार
इस बीच भारत, निवेशकों के लिए बड़ा अवसर बनकर उभरा है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुमानों के मुताबिक, भारत आर्थिक उत्पादन के मामले में जापान और जर्मनी दोनों से आगे निकलने के लिए तैयार है, अनुमान है कि यह बदलाव 2026 और 2027 में होगा. विश्व आर्थिक स्थिति और संभावनाएं 2024 रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है और 2024 में इसकी वृद्धि 6.2 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है.भारत वर्तमान में अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी के बाद दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.
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