देश के सात राज्यों में 13 सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा महज दो सीटों पर सिमट गई. विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि ये नतीजे इंडिया गठबंधन के पक्ष में आए हैं. हिमाचल प्रदेश में तीन सीटों पर चुनाव था, इसमें से दो कांग्रेस जीत गई, एक बीजेपी जीती. पश्चिम बंगाल में सभी चारों सीट पर ममता दीदी जीत गईं, वहां बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया. पंजाब में एक सीट पर हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी जीत गई. उत्तराखंड की दो सीट पर चुनाव हुए और दोनों सीटों पर कांग्रेस जीत गई. तमिलनाडु में एक सीट थी, ओ डीएमके जीत गई, मध्य प्रदेश में एक सीट थी, जहां बीजेपी जीती है और बिहार में एक सीट पर हुए उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार की जीत हुई. इन नजीतों ने बीजेपी को सोचने के लिए मजबूर जरूर किया होगा.
बंगाल में बीजेपी को बड़ा झटका
पश्चिम बंगाल में ममता दीदी ने एक बार फिर खेला कर दिया है. कोई भी विपक्षी विधानसभा उपचुनाव में उनके सामने टिक नहीं पाया. पश्चिम बंगाल में विधानसभा की 4 सीटों पर उपचुनाव हुए थे. इनमें से 4 सीटों पर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. यहां बीजेपी को 3 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा है. दरअसल, जिन 4 सीटों पर उपचुनाव हुए, उनमें से 3 बीजेपी के पास थीं. रायगंज, राणाघाट दक्षिण, बागदा और मानिकतला चारों सीटों पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार बड़े अंतर से जीते हैं. चारों सीटों पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है, जो लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के लिए ये दूसरा बड़ा झटका कहा जा सकता है. इन सभी निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस-वाम मोर्चा के उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है. कृष्णा कल्याणी, मधुपर्णा ठाकुर, मुकुट मणि अधिकारी और सुप्ति पांडे ने क्रमशः रायगंज, बगदाह, राणाघाट दक्षिण और मानिकतला सीट पर जीत हासिल की है.
राज्य | इंडिया गठबंधन | एनडीए | अन्य |
पश्चिम बंगाल(4) | टीएमसी 4 सीटें जीती(+3) | बीजेपी 0 (-3) | 0(0) |
हिमाचल (3) | कांग्रेस 2 सीटें जीती (+2) | बीजेपी 1 (+1) | 0(-3) |
उत्तराखंड (2) | कांग्रेस 2 सीटें जीती (+1) | बीजेपी 0(0) | 0(-1) |
मध्य प्रदेश (1) | कांग्रेस 0(-1) | बीजेपी 1(+1) | 0(0) |
तमिलनाडु (1) | डीएमके 1 (0) | पीएमके 0(0) | 0(0) |
पंजाब (1) | आप 1 (0) | बीजेपी 0()0 | 0(0) |
बिहार (1) | आरजेडी 0(0) | जेडीयू 0(-1) | 1(+1) |
कुल -13 | 10(+5) | 2(-2) | 1(-3) |
BJP को हिमाचल में लाभ, उत्तराखंड में न नफा न नुकसान
उत्तराखंड में 2 सीटों बद्रीनाथ और मंगलोर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे. ये दोनों ही सीटें अब कांग्रेस की झोली में आ गई हैं. इनमें से एक सीट निर्दलीय पास थी और एक कांग्रेस के पास. इस तरह से कांग्रेस को यहां एक सीट का फायदा हुआ है. बीजेपी को यहां न नफा हुआ है और न नुकसान. लेकिन सत्ता में रहते हुए अगर बीजेपी कोई सीट हासिल कर लेती, तो पुष्कर सिंह धामी का कद और बढ़ जाता. हालांकि, पहाड़ी राज्य हिमाचल में बीजेपी और कांग्रेस दोनों को लाभ हुआ है. यहां जिन 3 सीटों पर उपचुनाव हुए थे, वे निर्दलीयों के पास थीं. उपचुनाव के बाद इनमें से 2 सीटों पर कांग्रेस और 1 सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है.
MP में बीजेपी को फायदा, कांग्रेस को नुकसान
मध्य प्रदेश की एक सीट अमरवाड़ा पर उपचुनाव हुए थे. ये सीट कांग्रेस के पास थी, लेकिन अब ये बीजेपी के खाते में चली गई है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों उम्मीदवारोंके बीच यहां कांटे की टक्कर देखने को मिली. यहां से बीजेपी के कमलेश प्रताप शाह ने कांग्रेस के धीरनशा सुखराम दास इनवाती को 3027 वोटों के अंतर से हराया. कमलेश प्रताप शाह को 83105 वोट मिले, वहीं धीरनशा सुखराम दास इनवाती को 80078 वोट मिले.
बिहार में BJP की सहयोगी को झटका
बिहार की रुपौली विधानसभा सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने जीत दर्ज कर सभी को चौंका दिया. शंकर सिंह को 68070 वोट मिले. वहीं, दूसरे स्थान पर रहे जेडीयू प्रत्याशी को 59824 वोट मिल पाए. इन दोनों के बीच जीत का अंतर 8246 वोटों का रहा. आरजेडी की बीमा भारती 30619 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहीं. बिहार में बीजेपी और नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में गठबंधन है. इस तरह से बीजेपी गठबंधन को बिहार में 1 सीट का नुकसान हुआ है. इसके अलावा पंजाब और तमिलनाडु में भी बीजेपी किसी सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाई. दोनों ही राज्यों में एक-एक सीट पर उपचुनाव हुए थे.
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