धर्म संसद में हिस्सा लेने उत्तर प्रदेश के बलिया आयी केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने आम आदमी पार्टी के मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम की मौजूदगी में लोगों को देवी देवताओं को नहीं मानने की शपथ दिलाए जाने के सवाल पर कहा कि अरविंद केजरीवाल एक रामलीला में जाकर जय श्रीराम बोलते हैं और उनके मंत्री कहते हैं कि हम भगवान विष्णु को नहीं मानते, ये अरविंद केजरीवाल को पूछना चाहिए.
उन्होंने कहा कि ये देश का दुर्भाग्य है कि राजनीतिक रोटियां सेंकने के कारण हमारे भगवान ब्रम्हा, विष्णु और महादेव तीनों शक्तियों को चुनौती देने का काम कर रहे हैं. आप बौद्ध धर्म में जाइये बौद्ध धर्म अलग नहीं है. यदि हम इतिहास को देखें तो डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर इस्लाम या ईसाई धर्म स्वीकार कर सकते थे, लेकिन उन्होंने कहा कि नहीं मैं हिन्दू हूं और बौद्ध धर्म हिन्दू का ही है, इसलिए बौद्ध धर्म हमसे अलग नहीं है.
साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि हम तो बुद्ध को भी भगवान मानते हैं और यदि वो बौद्ध धर्म का संकल्प ले कर बौद्ध धर्म स्वीकार करते हैं तो मुझे लगता है कि उनको इतिहास देखना चाहिए. हमारे यहां जब अवतारों की गणना होती है तो भगवान बुद्ध को भी अवतार मानते हैं.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता बौखला चुके हैं. विवेक नहीं है. सत्ता मिलती है तो बौखलाहट आती ही है. ये तो अरविंद केजरीवाल को देखना चाहिए. वो कहते हैं कि सरकार में आया तो अयोध्या की तीर्थयात्रा कराऊंगा. अब उनको सोचना है कि उनके मंत्री क्या बोलते हैं. यदि अरविंद केजरीवाल सचमुच में जय श्रीराम का नारा लगाते हैं तो स्वयं हिन्दू समाज से माफी मांगें.