नीतीश कुमार (Nitish Kumar) आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बन गए हैं. जबकि तेजस्वी यादव ने आज उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है. वहीं शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला. बीजेपी के आरोपों पर नीतीश कुमार ने जवाब देते हुए कहा कि पिछले डेढ़ महीने में मैंने मीडिया से बात करना बंद कर दिया था. आप हमारी पार्टी के लोगों से पूछ लीजिए की क्या सबकी स्थिति हुई. मैं मुख्यमंत्री साल 2020 में बनना नहीं चाहता था. लेकिन मुझे दवाब दिया गया कि आप संभालिए. बाद के दिनों में जो कुछ भी हो रहा था, सब देख रहे थे. हमारी पार्टी के लोगों के कहने हम अलग हुए.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि “2015 में हमने कितनी सीटें जीती थीं? और फिर हम उन्हीं लोगों के साथ गए और देखें कि हम कम कर दिए गए हैं ." "मैं रहूंगा या नहीं, लोगों को कहने दें उन्हें जो कहना है" नीतीश कुमार ने आगे कहा कि "मैं पीएम पद के लिए इच्छुक नहीं हूं. सवाल यह है कि क्या 2014 में आया व्यक्ति 2024 में जीतेगा."
बता दें कि नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह में राबड़ी देवी और मांझी समेत बिहार के कई बड़े नेता मौजूद थे. बीजेपी से अलग होकर नेता नीतीश कुमार ने सात दलों के 'महागठबंधन' के साथ ये सरकार बनाई है. जिसमें तेजस्वी यादव की आरजेडी ओर अन्य विपक्षी पार्टियां हैं.
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने विधायकों के साथ हुई बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह पर ये आरोप भी लगाया था कि वह लगातार जेडीयू को विभाजित करने के लिए काम कर रहे हैं. नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के पूर्व नेता आरसीपी सिंह पर अमित शाह के मोहरे के रूप में काम करने का आरोप लगाया था.
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