डोनाल्ड ट्रंप के AI वीडियो से ठगे गए सैकड़ों लोग, इस योजना में इनवेस्ट करने को कहा

कर्नाटक में कुछ जालसाजों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एआई से बना वीडियो दिखाकर लाखों रुपये ठग लिए. इन लोगों से ट्रंप के होटल में निवेश करने को कहा गया था. कर्नाटक पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
डोनाल्ड ट्रंप के AI वीडियो से ठगे गए सैकड़ों लोग, इस योजना में इनवेस्ट करने को कहा
नई दिल्ली:

कर्नाटक में पिछले कुछ महीनों में कई लोगों को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एआई से बना एक वीडियो दिखा कर लाखों रुपये ठग लिए गए. इस तरह से ठगे गए लोगों की संख्या करीब 200 है. साइबर अपराधियों ने ठगे गए लोगों को ट्रंप के होटल में निवेश करने और अधिक रिटर्न हासिल करने का भरोसा दिया था.

कहां पर हुई है जालसाजी की यह वारदात

पुलिस के मुताबिक इस तरह के सबसे अधिक मामले बंगलुरु, तुमकुरु, मंगलुरु और हावेरी जिले में सामने आए हैं. केवल हावेरी जिले में ही 15 से अधिक मामले सामने आए हैं. पुलिस के मुताबिक पीड़ितों को आकर्षक रिटर्न और घर से काम करने और निवेश का विकल्प दिया गया. पुलिस के मुताबिक जालसाजों ने शुरू में यूजर्स को अपने खाते खोलने के लिए 1,500 रुपये का भुगतान करने को कहा. इसके बाद उन्हें कंपनी की प्रोफाइल लिखने जैसे काम दिए गए. हर काम पूरा होने पर उनके ऐप के डैशबोर्ड पर उनकी आय को बढ़ता हुआ दिखाया गया. लेकिन यह पैसा कभी वास्तविक रूप में उनके हाथ में नहीं आया.

इनमें से एक पीड़ित से अंग्रेजी अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' ने बात की. अखबार से 38 साल के इस वकील ने दावा किया कि उन्होंने इस साल 25 जनवरी से चार अप्रैल के बीच 5,93,240 रुपये जमा किए. उन्होंने कहा, "इस साल जनवरी में, मुझे यूट्यूब पर शॉर्टस मिले, इसमें डोनाल्ड ट्रंप के होटल में निवेश करने की योजना दी गई थी. दिए गए लिंक पर क्लिक करने पर, मुझे एक मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करने के लिए कहा गया. वहां मुझे एक फॉर्म भरने के लिए कहा गया, जिसे मैंने भर दिया. मुझे उससे अपना बैंक खाते का विवरण और आईएफएससी कोड जोड़ने के लिए भी कहा गया.'' इस पीड़ित वकील ने कहा कि इसके बाद उन्हें 1,500 रुपये जमा करने के लिए कहा गया. इसके बदले में उन्हें अपनी प्रोफाइल में 30 रुपये मिले. उन्होंने कहा, "मुझे रोज 30 रुपये दिए जाते थे और मैं इसे तभी निकाल सकता था, जब वह 300 रुपये से अधिक हो जाता था. चूंकि पैसे समय पर दिए जा रहे थे और मैं इसे निकाल सकता था, इसलिए उन्होंने मुझसे और अधिक निवेश करने के लिए कहना शुरू कर दिया. इसकी शुरुआत 5,000 रुपये से हुई और यह एक लाख रुपये पर खत्म हुआ. अंत में उन्होंने मुझसे पैसे निकालने के लिए टैक्स भरने को कहा, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने पैसे वापस नहीं किए."

Advertisement

पीड़ित का कहना था कि उन्हें कई बार एक लाख रुपये के निवेश के बदले एक लाख रुपये के रिटर्न का लालच दिया गया था.उन्होंने बताया कि वो ऐसे कई लोगों को जानते हैं जो पुलिस में हैं या किसी और सरकारी विभाग में नौकरी करते है या  व्यापारी थे, जिन्होंने निवेश किया और अपना पैसा गंवा दिया.

Advertisement

हावेरी साइबर क्राइम इकोनॉमिक्स एंड नारकोटिक्स (सीईएन) पुलिस ने उनकी शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 

Advertisement

ये भी पढ़ें: राबड़ी देवी ने कल तेज प्रताप के आंसू पोंछे होंगे... पत्नी ऐश्वर्या ने लालू परिवार के खिलाफ खोला मोर्चा

Advertisement
Featured Video Of The Day
Akhilesh Yadav & Aniruddhacharya: हिंदू-मुसलमान... बीच में क्यों आए भगवान? | NDTV India
Topics mentioned in this article