गुरुवार को इजरायली सेना को बड़ी कामयाबी मिली है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने हमास के चीफ याह्या सिनवार को मार गिराया है. IDF ने गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों को टारगेट करते हुए एयरस्ट्राइक की थी. इसमें सिनवार समेत हमास के 3 लड़ाकों की मौत की पुष्टि हुई है. सिनवार की मौत की पुष्टि DNA टेस्ट के आधार पर की गई है. इजरायल के विदेश मंत्री काट्ज ने सिनवार की मौत की पुष्टि की है. हालांकि, हमास की तरफ से इस बारे में कोई बयान आया है.
- यरूशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेना के अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की गई. बहुत मुमकिन है कि इस एयरस्ट्राइक में हमास का चीफ याह्या सिनवार भी मारा गया है. हमास के 3 लड़ाकों की लाशें मिली हैं.
- इजरायली विदेश मंत्री काट्स ने कहा, "यह इजरायल के लिए बहुत बड़ी सैन्य कामयाबी है. इजरायली सेना के लिए अहम उपलब्धि भी है. सिनवार की मौत के बाद गाजा में बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों की तत्काल रिहाई का रास्ता साफ हो गया है. साथ ही गाजा पट्टी में एक नई वास्तविकता उजागर हुई है. अब गाजा में न तो हमास होगा और न ही यहां पर ईरान का दखल होगा."
- 7 अक्टूबर 2023 को हमास के रॉकेट हमलों के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास को जड़ समेत खत्म करने का ऐलान किया था. इजरायली विदेश मंत्री ने कहा, "यह ईरान के नेतृत्व वाले चरम इस्लाम की धुरी के खिलाफ पूरी स्वतंत्र दुनिया की जीत है. इजरायल को अब पहले से कहीं अधिक आपके समर्थन और सहयोग की जरूरत है."
- अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि सिनवार का मारा जाना इजराइल और दुनिया के लिए ‘शुभ दिन' है. अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि हमास नेता सिनवार के मारे जाने से गाजा में युद्ध को समाप्त करने का अवसर मिला है.
- सिनवार का पूरा नाम याह्या इब्राहिम हसन सिनवार है. उसका जन्म गाजा पट्टी के दक्षिणी इलाके में खान यूनिस के रिफ्यूजी कैंप में हुआ था. जब 1948 में इजरायल अस्तित्व में आया, तब हजारों फिलिस्तीनियों को उनके पुश्तैनी घरों से निकाला गया. इनमें याह्या सिवार का परिवार भी शामिल था.
इससे पहले इजरायल पर 7 अक्टूबर 2023 को हमले के बड़े किरदारों की भी मौत हो चुकी है. इजरायल की एयरस्ट्राइक में हमास के पॉलिटिकल टीफ इस्माइल हानिया, हमास के मिलिट्री चीफ मोहम्मद दाइफ की मौत हो गई थी. इसी साल 31 जुलाई में हमास के मिलिट्री चीफ इस्माइल हानिया ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल होने तेहरान गए थे. समारोह के बाद हानिया तेहरान के अति सुरक्षा वाले सैन्य परिसर में रुके थे. रात में सोते समय उन्हें निशाना बनाया गया. ईरान ने इस हत्या का आरोप इजरायल पर लगाया था. हालांकि, इजरायल ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी. हानिया की मौत के बाद हमास की टॉप लीडरशिप में सिर्फ सिनवार ही बचा था.