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खास बातें
- गृह मंत्रालय ने रहमान मलिक की इस बात का जवाब दिया है कि अबू हमजा दो नहीं एक है और भारत के कब्जे में जो शख्स है वह अबू जिंदाल है पाक को भेजी गई लिस्ट वाला अबू हमजा नहीं।
मुंबई: गृह मंत्रालय ने रहमान मलिक की इस बात का जवाब दिया है कि अबू हमजा दो नहीं एक है। भारत के कब्जे में जो शख्स है वह अबू जिंदाल है पाकिस्तान को भेजी गई लिस्ट वाला अबू हमजा नहीं। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान को भेजी गई लिस्ट में अबू हमजा का नाम 40वें नंबर पर है। उसके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट है जिसका नंबर KE 061641 है। उसका जन्मदिन पांच जनवरी 1970 का है। वह बेंगलुरू के आईआईएस धमाकों में शामिल है। वह रामपुर के सीआरपीएफ कैंप के हमले में शामिल है। यह अलग शख्स है। भारत के कब्जे में जो शख्स है वह जबीउद्दीन उर्फ अबू जिंदाल है।
इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व गृहमंत्री रहमान मलिक ने भारत से ही सवाल कर दिया था कि वह किस अबू हमजा का जिक्र कर रहा है क्योंकि जो डोजियर भारत ने सौंपा है उसमें दो−दो अबू हमजा शामिल हैं।
26/11 के आरोपी जबीउद्दीन की मां ने बीड में बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का खंडन किया है कि जबीउद्दीन की पहचान के लिए उसके परिवारवालों के खून के नमूने लिए गए। जबीउद्दीन की मां रेहाना बेगम ने कहा कि यह सरासर गलत बात है। हमारा कभी डीएनए टेस्ट नहीं हुआ खून के नमूने नहीं लिए गए। रेहाना बेगम ने माना कि आखिरी बार उन्होंने अपने बेटे को 2006 में देखा है।
वह सुबह उठकर आठ बजे निकल जाता था और देर रात लौटता था। वैसे उन्हें यकीन है कि उनका बेटा ऐसा काम नहीं कर सकता क्योंकि इस्लाम इसकी इजाजत नहीं देता और अगर वह गुनहगार है तो उसे सजा मिलनी चाहिए लेकिन पहले इस बात की पक्की तहकीकात हो क्योंकि इस घटना के बाद हमसे हमारे सारे रिश्तेदार दूर हो गए हैं। रेहाना बेगम ने कहा कि अगर पुलिस चाहे तो हम उनसे मिलने को भी तैयार हैं।