देश भर के अधिकतर राज्यों में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के जंगलों में आग (Forest Fire) लगने की घटनाएं थमने का नाम नहीं रही हैं. एक सप्ताह में आग की घटनाओं में 3 गुना वृद्धि हुई हैं. रोजाना आग लगने की घटनाओं में इजाफा देखने को मिल रहा है. वन विभाग के मुताबिक इस बार की घटनाओं ने बीते चार सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जंगल में आग लगने के मामले 1100 के पार जा पहुंचे हैं. आग की घटनाओं से स्थानीय लोग भी परेशान हैं. जंगल में लगने वाली आग लोगों के घरों तक पहुंच रही है, जिससे ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है.
शिमला के तारादेवी में रेलवे की पटरी के नजदीक आग लगने के कारण ट्रेन को रोकना पड़ा और पर्यटकों को पैदल होटल पहुंचना पड़ा.
10 हजार हेक्टेयर से ज्यादा भूमि राख
हिमाचल प्रदेश में वन विभाग के प्रधान मुख्य अरण्यपाल राजीव कुमार के मुताबिक, 10 हजार हेक्टेयर से ज्यादा की भूमि की वन सम्पदा राख हो चुकी है और आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. वनों को अभी तक 3 करोड़ 5 लाख रुपये का नुकसान हो चुका है.
2021-22 में सिर्फ 33 घटनाएं आई थीं सामने
उन्होंने बताया कि पिछले दस सालों में सिर्फ एक साल को छोड़कर आग के मामले बढ़ रहे हैं. 2021-22 में जंगलों में आग लगने की मात्र 33 घटनाएं सामने आई थीं. 2022-23 में यह घटनाएं बढ़कर 860 पर पहुंच गई थी और 2023-24 में जंगलों में आग लगने की 681 घटनाएं सामने आईं. इन घटनाओं में इस दौरान गिरावट दर्ज की गई. वहीं 2024-25 के अनुसार वर्तमान समय में ही यह घटनाएं 1100 के पार पहुंच चुकी हैं.
हिमाचल प्रदेश के जंगलों में लगी आग की इतनी घटनाओं के बावजूद अभी तक किसी भी व्यक्ति की जान नहीं गई है. हालांकि आग ने कई घरों और रिहायशी इलाकों को जरूर अपनी चपेट में ले लिया है.
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