दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में बुधवार दोपहर को अचानक ही मौसम बदल गया और झमाझम बारिश हुई. दिल्ली के ग्रेटर कैलाश समेत कई हिस्सों में बारिश हुई. इस वजह कई जगहों पर जाम लग गया है. बता दें कि बुधवार सुबह ही मौसम विभाग ने दिल्ली के कई हिस्सों में बारिश होने का पूर्वानुमान जताया था.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा था कि शहर में बुधवार को आसमान में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे और दिन में हल्की बारिश भी हो सकती है. इससे पहले मंगलवार को दिल्ली में भारी बारिश हुई थी, जिससे शहर के विभिन्न हिस्सों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी.
राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को न्यूनतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सिय दर्ज किया गया, जो इस मौसम में सामान्य है. शहर में सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता का स्तर 86 प्रतिशत रहा. मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में बुधवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा.
अगले कुछ दिनों तक दिल्ली एनसीआर में बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक दिल्ली-एनसीआर में काफी ज्यादा बारिश हो सकती है. दूसरी तरफ पहाड़ी राज्यों में भी लगातार बारिश हो रही है. ऐसे में दिल्ली में पिछले साल की तरह ही बाढ़ की स्थिति ना बन जाए, इसके लिए दिल्ली सरकार के मंत्री विभागों के काम का जायजा लेने के लिए ग्राउंड जीरो पर पहुंच रहे हैं.
दिल्ली में बाढ़ से निपटने की तैयारियां तेज़
दिल्ली सरकार की जल मंत्री आतिशी ने बुधवार को बाढ़ की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए लोहा पुल पर यमुना नदी और यमुना बाजार के निचले इलाके का दौरा किया. यमुना बाजार का इलाका नदी के बाढ़ क्षेत्र में आता है. यहां की ऊंचाई 205 मीटर है. यमुना नदी में जब खतरे के निशान से ऊपर पानी आता है तो यहां बाढ़ के हालात बन जाते हैं.
दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि जब यहां जलस्तर 204 मीटर तक आ जाएगा तो मुनादी शुरू होगी और 205 मीटर जलस्तर होने पर लोगों को विस्थापित करना शुरू कर दिया जाएगा. पिछली बार अचानक जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए थे. इस बार बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी पहले से की गई है. (इनपुट आईएएनस से भी)