हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सार्वजनिक रूप से 'जैसे को तैसा' की वकालत को लेकर निशाना साधा है. हरियाणा सरकार पहले भी प्रदर्शनकारी किसानों पर बल प्रयोग को लेकर कई विवादों में रह चुकी है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें खट्टर वॉलियंटर ग्रुप को बढ़ाने की बात करते हुए दिख रहे हैं, उसमें वो कहते हैं कि "जैसे के लिए तैसा" की बात भी करते हैं. इसी वीडियो के आधार पर कांग्रेस ने निशाना साधा है.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान जारी करके कहा है कि वीडियो को आधा काटकर फैलाया गया है.
हिंदी में जारी बयान में कहा गया है. 'अगर आप यह पूरा वीडियो देखेंगे तो समझ जाएंगे कि उन्होंने क्या कहा है. भाजपा कार्यकर्ताओं की आंतरिक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने और किसी भी गलत काम का कड़ा विरोध करने की बात कही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जोश के साथ, अनुशासन में रहते हुए काम करना होगा.'
वीडियो में खट्टर कहते हैं, 'कुछ नए किसान समूह हैं जो हाल ही में सामने आए हैं. हमें उनका समर्थन करना है.'
साथ ही वे कह रहे हैं, 'उत्तर और पश्चिम हरियाणा में किसानों को हथियारबंद गुटों को खड़ा करना चाहिए. 500-700-1000 लोगों के वॉलियंटर ग्रुप बनाकर लाठी उठाएं और फिर 'जैसे को तैसा' नीति का अपनाएं. परिणामों के बारे में चिंता न करें और अगर आप इसके लिए सलाखों के पीछे जाते हैं तो जमानत की चिंता न करें. आप एक बड़े नेता के रूप में बाहर आएंगे.'
मुख्यमंत्री एक समूह को संबोधित कर रहे थे जो उनके सरकारी आवास पर अनाज खरीद शुरू करने के लिए धन्यवाद देने के लिए आया था.
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने हिंदी में ट्वीट किया है, 'भाजपा समर्थक लोगों को आंदोलनकारी किसानों पर लट्ठों से हमला करने, जेल जाने और वहां से नेता बनकर निकलने का आपका ये गुरुमंत्र कभी कामयाब नहीं होगा. संविधान की शपथ लेकर खुले कार्यक्रम में अराजकता फैलाने का ये आह्वान देशद्रोह है. मोदी -नड्डा जी की भी सहमती लगती है.
एक अन्य ट्वीट में सुरजेवाला ने लिखा है, 'अगर प्रदेश का मुख्यमंत्री ही हिंसा फैलाने, समाज को तुड़वाने और कानून व्यवस्था को खत्म करने की बात करेंगे, तो प्रदेश में कानून और सविंधान का शासन चल ही नहीं सकता. आज भाजपा के किसान विरोधी षड्यंत्र का भंडाफोड़ हो ही गया. ऐसी अराजक सरकार को चलता करने का समय आ गया है.
बता दें, हरियाणा पुलिस ने किसानों पर आखिरी बार बल प्रयोग 28 अगस्त को किया था. हरियाणा पुलिस के किसानों पर लाठीचार्ज में करीब 10 लोग घायल हो गए थे. किसानों ने करनाल की ओर जाने वाले हाइवे को ब्लॉक किया था.