'मेरे हाथ-पांव बांध रखे हैं' - उत्तराखंड चुनाव से पहले कांग्रेस नेता हरीश रावत ने निकाली भड़ास

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली है. उन्होंने उत्तराखंड में फ्री हैंड न मिलने और संगठन के लोगों से सहयोग न मिलने पर नाराजगी जाहिर की है.

विज्ञापन
Read Time: 19 mins
उत्तराखंड चुनाव से पहले हरीश रावत ने निकाली भड़ास. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली है. उन्होंने उत्तराखंड में फ्री हैंड न मिलने और संगठन के लोगों से सहयोग न मिलने पर नाराजगी जाहिर की है. उत्तराखंड में विधान सभा चुनाव होने में अब दो से तीन महीने ही रह गए हैं. ऐसे में सीएम का चेहरा बनाने पर अभी तक फैसला नहीं लेने पर भी चिंता जताई है.

ट्विटर पर एक लंबे पोस्ट में रावत ने लिखा, 'है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है. जिस समुद्र में तैरना है, सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं. जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं. मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि #हरीश_रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है!'

ये भी पढ़ें : 'नौकरी देने में फेल BJP सरकार युवाओं की अपराधी है', हरीश रावत ने कहा- श्वेत पत्र जारी करे सरकार

Advertisement

अगले ट्वीट में रावत ने लिखा है, "फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है "न दैन्यं न पलायनम्" बड़ी उहापोह की स्थिति में हूं, नया वर्ष शायद रास्ता दिखा दे. मुझे विश्वास है कि #भगवान_केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे."

Advertisement
Advertisement

हरीश रावत के ट्विटर पोस्ट से ऐसा प्रतीत होता है कि वो कांग्रेस आलाकमान यानी गांधी परिवार से नाराज हैं. 

बता दें कि हरीश रावत कुछ वक्त पहले तक पंजाब में कांग्रेस प्रभारी के तौर पर काम कर रहे थे.

Featured Video Of The Day
Hathras Stampede Case: 'भोले बाबा' के सत्संग में हुई भगदड़ पर न्यायिक जांच में किस पर लग रही है आंच?
Topics mentioned in this article