हल्द्वानी हिंसा पर डीएम का बयान.
उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभुलपुरा में गुरुवार को हुई हिंसा (Haldwani Violence) में 2 लोगों की मौत हो गई. इस घटना को लेकर आज डीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने हिंसा का CCTV जारी कर बताया कि उपद्रवियों ने थाने पर पेट्रोल बम फेंके. थाने के बाहर खड़े वाहनों को आग के हवाले कर दिया. पुलिसवालों को थाने से बाहर तक नहीं निकलने दिया. सुनियोजित तरीके के ये हमले किए गए थे. नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद हलद्वानी में अलग-अलग जगहों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई, सभी को नोटिस देकर सुनवाई के लिए समय दिया गया.
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नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद हलद्वानी में 15-20 दिन से अलग-अलग जगहों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई. दूसरी सरकारी जमीनों पर भी अवैध अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर जिला स्तर पर टास्क फोर्स गठित की गई है. सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा के दिशा-निर्देश दिए गए हैं और संपत्तियों की जीआईएस मैपिंग की जा रही है.
विशेष संपत्ति को लक्षित नहीं किया गया-डीएम
डीएम ने कहा कि सभी को नोटिस दिए गए और सुनवाई के अवसर दिए गए. सुनवाई समिति ने हर व्यक्ति को एक-एक कर सुना और सबका निस्तारण किया. इसके बाद कुछ लोगों ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. कुछ तको समय मिला कुछ को नहीं मिला. जहां समय नहीं दिया गया, वहां पीडब्ल्यूडी और नगर निगम ने विध्वंस अभियान चलाया. डीएम ने कहा कि ये कोई आइसोलेटेड एक्टिविटी नहीं थी. किसी विशेष संपत्ति को लक्षित नहीं किया गया. हल्दानी में काफी लंबे समय से अलग-अलग क्षेत्रों में सरकारी संपत्तियों को सुरक्षित करने का और अतिक्रमण मुक्त कराने का अभियान चलाया जा रहा है.
"भीड़ ने इलाके को घेरकर आंतक फैलाने की कोशिश की"
डीएम ने कहा कि वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिस फोर्स किसी को भी नहीं उकसा रही है. पुलिस किसी को भी भड़का और मार नहीं रही है. पुलिस ने किसी को भी किसी तरह का नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं की. डीएम ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा पुलिस फोर्स को थाने की सुरक्षा में लगाया गया था. बाकी जगह पर खुद को सुरक्षित करते हुए ही इलाके को बचाया गया. जैसे ही थाने से अराजक तत्वों को डिस्बस्ट किया गया, इस भीड़ ने गांधी नगर क्षेत्र को घेर लिया गया. इस इलाके में मिलीजुली आबादी है. वहं हर धर्म के लोग रहते हैं. वहां पर आतंक फैलाने की कोशिश की गई. इस दौरान पुलिस की पहली ड्यूटी इलाके में अराजकता को फैलने से रोकना था. पुलिस ने इलाके को सुरक्षित करते हुए वहां किसी भी तरह की जनहानि नहीं होने दी.
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