Gyanvapi case: ज्ञानवापी मस्जिद मामले में मुस्लिम पक्ष के वकील बुधवार को कोर्ट में आपत्ति दर्ज कराएंगे. मुस्लिम पक्ष के वकील रईस अहमद ने NDTV से बात करते हुए कहा कि वह कल कोर्ट में आपत्ति दर्ज कराएंगे. उन्होंने मांग की है कि जिस वजूखाने को सील किया गया है, उसमें मौजूद मछलियों को सुरक्षित रखने के लिए बाहर निकाला जाए.अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के रईस अहमद ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि आज तीन आवेदन आए हैं. एक दरखास्त डीजीसी सिविल की ओर से आई है जिसमें कहा गया है कि वजू का जो स्थान कल सील किया गया है, उसके अंदर टैंक में मछलियां हैं. मछलियां की जिंदगी के लिए उन्हें सुरक्षित निकाला जाए. इसके साथ ही इसी एरिया के अंदर लेट्रिन-बाथरूम है. अगर इन्हें बंद कर दिया जाता है तो समस्या पैदा हो सकती है, उसे खोल दिया जाए. तीसरा वजू के लिए कोई स्थान दिया जाए. उन्होंने बताया कि अभी कोई ऑब्जेक्शन नहीं दिया गया है, कल दिया जाएगा.
हिंदू पक्ष की ओर से दिए गए प्रार्थनापत्र पर रईस अहमद ने कहा कि जिसे हम फाउंटेन या फव्वारा कहते हैं, जिसे वे शिवलिंग कह रहे हैं. वे कहते हैं तहखाने के अंदर दरवाजा बगैरह दीवार के अंदर है. दीवार के अंदर क्या चीज है, उन्हें कैसे दिखाई देती है? ये तोड़फोड़ एक साजिश है. एक तरह से वे इसे ध्वस्त करना चाहते हैं. इसके लिए जो प्रयास हो सकता वो कर रहे हैं. उनका (हिंदू पक्ष का) कहना है कि उत्तर की तरफ कोई दरवाजा है, पूर्व की तरफ कोई दरवाजा है जबकि पूरी दीवार है. दरवाजे जैसी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि कमीशन की कार्रवाई पूर्ण हो चुकी है. रिपोर्ट अभी आई नहीं है लेकिन इसके पहले ही ये इस तरह की बातें कर रहे हैं जिसका विस्तृत जवाब दिया जाएगा .
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सवाल इंडिया का: क्या ज्ञानवापी भी अयोध्या की तरह बना सियासी मुद्दा?