तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता साकेत गोखले की गिरफ्तारी मामले में गुजरात पुलिस के सूत्रों के अनुसार गिरफ्तारी से पहले राजस्थान पुलिस को जानकारी नहीं दी गयी थी. एक सूत्र ने एनडीटीवी को बताया कि हमने इस मामले में राजस्थान पुलिस टीम को सूचित नहीं किया. साकेत गोखले गुजरात के एक मामले में आरोपी थे.गुजरात पुलिस ने जाकर उन्हें हिरासत में लिया. हमने कानूनी प्रक्रिया का पालन किया है.
बताते चलें कि गुजरात पुलिस की तरफ से दावा किया गया है कि तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता साकेत गोखले ने पीएम मोदी की मोरबी यात्रा में 30 करोड़ रुपये खर्च होने के फर्जी दस्तावेज तैयार किए हैं. साइबर सेल के टॉप सोर्स ने एनडीटीवी को बताया कि साकेत गोखले ने अपने ट्वीट में मीडिया क्लिपिंग में गुजरात समाचार के फॉन्ट का इस्तेमाल करते हुए कहा कि यह एक आरटीआई का जवाब है, जिसमें कहा गया है कि 30 करोड़ खर्च किए गए हैं.
पुलिस ने जब गुजरात समाचार से जांच की, तो उन्होंने आरटीआई दायर करने से इनकार कर दिया. साइबर पुलिस सूत्र ने एनडीटीवी को बताया कि पूरी आरटीआई को साकेत गोखले ने खुद बनाया था. इस सब के कारण पुलिस ने शिकायतकर्ता को तुरंत प्राथमिकी में बदल दिया.
इधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर एक ट्वीट को लेकर गुजरात पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए पार्टी प्रवक्ता साकेत गोखले का मंगलवार को समर्थन किया और भाजपा सरकार के “प्रतिशोधी रवैये” की निंदा की.राजस्थान के दौर पर गईं ममता ने दावा किया कि गोखले ने कोई गलती नहीं की है.
बनर्जी ने जयपुर हवाईअड्डे पर संवाददाताओं को बताया, “यह बहुत ही बुरा और दुखद (वाकया) है. साकेत (गोखले) एक प्रतिभावान व्यक्ति हैं. वह सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं. उन्होंने कोई गलती नहीं की है.”
उन्होंने पुष्कर रवाना होने से पहले कहा, “मैं इस प्रतिशोधी रवैये की निंदा करती हूं. उन्हें (साकेत को) इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री के खिलाफ ट्वीट किया. लोग मेरे खिलाफ भी ट्वीट करते हैं...हमें इस स्थिति पर वाकई अफसोस हो रहा है.”
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