बजट सत्र से पहले सरकार ने आज सभी दलों की मीटिंग बुलाई थी. संसद के लाइब्रेरी बिल्डिंग में हुई इस बैठक में डीएमके के टीआर बालू, जेडीयू के रामनाथ ठाकुर, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के महमूद अली कैसर, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय और शुखेंदुशेखर रॉय, आरजेडी के मनोज झा, एआईडीएमके के थंबी दुरई, बीजेडी के सस्मित पात्रा, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, बीआरएस के के केशव राय, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी पहुंचीं थी. नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, एनसीपी के शरद पवार, अकाली दल की हरसिमरत कौर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस बैठके में हिस्सा लिया था. इस बैठक के जरिये सरकार की कोशिश थी कि बजट सत्र को सुचारू तौर पर चलाया जा सके.
वाईएसआर कांग्रेस के विजयदेसाई रेड्डी ने बताया कि वाईएसआर कांग्रेस, बीजद, टीआरएस, टीएमसी ने सरकार से संसद के बजट सत्र में महिला आरक्षण विधेयक लाने की मांग की. वहीं कांग्रेस पार्टी ने चिट्टी लिखी कि मौसम खराब है इसलिए आज वह बैठक में शामिल नहीं हो सके.
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि कल से बजट सत्र शुरू होने वाला है. राष्ट्रपति जी अभिभाषण होगा. धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगा. 27 दल के 37 नेताओं ने हिस्सा लिया है. कई मांग रखी गई हैं. इस बार भी किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिये तैयार हूं.
जानकारी के अनुसार विपक्षी दल महंगाई, बेरोजगारी, खस्ता हाल अर्थव्यवस्था, चीन के साथ सीमा विवाद, जोशी मठ,संघीय ढांचे पर हमला, न्यायपालिका और विधायिका के जारी विवाद, जम्मू कश्मीर को फिर से राज्य बनाने के मुद्दे पर सरकार को घेर सकते हैं. साथ ही एमएसपी को लेकर कानूनी गारंटी जैसे ज्वलंत मुद्दों को लेकर भी विपक्ष सरकार पर हमला कर सकती है.
गौरतलब है कि संसद के बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ होगी . इसके बाद सरकार 2022-23 का वार्षिक आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट संसद के सामने पेश करेगी. एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी. संसद का बजट सत्र दो चरणों में होगा. पहला चरण 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा .13 मार्च से बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होगा जो 6 अप्रैल तक चलेगा.
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