बासमती चावल के न्यूनतम निर्यात मूल्य को घटाने पर विचार कर रही सरकार

उद्योग जगत ने कहा है कि न्यूनतम निर्यात मूल्य 1,200 अमेरिकी डॉलर प्रति टन होने के कारण बासमती चावल के विदेशी खरीदार पाकिस्तान का रुख कर रहे हैं. 

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गोयल ने कहा कि उम्मीद है कि जल्द उचित कीमत दे पाएंगे, जिससे उद्योग जगत खुश होगा. (फाइल)
दुबई:

सरकार बासमती चावल (Basmati Rice) के न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) को मौजूदा 1,200 अमेरिकी डॉलर प्रति टन से घटाकर 850 अमेरिकी डॉलर प्रति टन करने पर विचार कर रही है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ यहां हुई एक बैठक में विभिन्न खाद्य उत्पाद आयातकों ने इस मुद्दे को उठाया था. 

गोयल ने इस संदर्भ में संवाददाताओं से कहा, ''हम इस पर बहुत गंभीरता से विचार कर रहे हैं. मैंने भारत में चावल निर्यातक संघों के साथ कई बैठकें की हैं. हमने दुनिया के विभिन्न हिस्सों में बासमती चावल के निर्यात और बासमती चावल की विभिन्न किस्मों के आंकड़े जमा किए हैं.''

उन्होंने कहा, ''हमें उम्मीद है कि बहुत जल्द हम उचित कीमत दे पाएंगे, जिससे पूरा उद्योग जगत खुश होगा.''

उद्योग जगत ने कहा है कि न्यूनतम निर्यात मूल्य 1,200 अमेरिकी डॉलर प्रति टन होने के कारण बासमती चावल के विदेशी खरीदार पाकिस्तान का रुख कर रहे हैं. 

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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