हाल ही में बेंगलुरु में एक शादी समारोह में लिक्विड नाइट्रोजन वाला 'स्मोकी पान' खाने के बाद 12 साल की एक लड़की के पेट में छेद हो गया. पेट में तेज दर्द और सूजन की शिकायत के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. लड़की का ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर ने एनडीटीवी को बताया कि जब हमने उसकी जांच की, तो देखा कि उसके पेट में एक होल था और उसमें गैस भरी हुई थी.
टेस्ट के बाद लड़की में पर्फारेशन पेरिटोनिटिस नाम की एक बीमारी का पता चला.
नए फूड ट्रेंड में आजकल लिक्विड नाइट्रोजन का उपयोग किया जा रहा है. जमी हुईं मिठाइयां बनाने या लिक्विड नाइट्रोजन में डूबे खाद्य पदार्थों को हवा के संपर्क में लाकर वाष्प के बादल बनाने में भी इसका उपयोग किया जाता है.
डॉ. विजय ने कहा, "बच्चे लिक्विड नाइट्रोजन की ओर अट्रैक्ट होते हैं क्योंकि ये धुआं सामान्य तापमान में भी बनता दिखता है. वे इसे देखते हैं और सोशल मीडिया रीलों के बारे में सोचते हैं."
लिक्विड नाइट्रोजन एक तरल है, जिसका ब्वायलिंग प्वाइंट काफी कम होता है और ये कमरे के तापमान पर गैस के रूप में मौजूद होता है. इसका उपयोग लंबे समय से खाद्य उद्योग में मैन्यूफैक्चरिंग प्रोसेट के दौरान माइक्रोबियल विकास को रोकने और कम करने के लिए किया जाता रहा है.
लिक्विड या कम तापमान वाली गैस त्वचा पर जलने जैसा प्रभाव पैदा करती है. लिक्विड का बेहद कम तापमान संपर्क में आने पर गंभीर फ्रोस्टबाइट या आंखों की क्षति का कारण बन सकता है. इससे सांस लेना या निगलना, अत्यधिक ठंड के कारण गैस, दम घुटना और एयरवे या गैस्ट्रिक छिद्र भी हो सकता है.
डॉ विजय ने कहा, कुछ राज्य सरकारें लिक्विड नाइट्रोजन के उपयोग नहीं करने को लेकर सलाह देती हैं, लेकिन "नियम बहुत सख्त नहीं हैं."
तमिलनाडु सरकार ने गुरुवार को फूड बिजनेस ऑपरेटर को बिस्कुट, आइसक्रीम, वेफर बिस्कुट आदि जैसे खाद्य पदार्थों के साथ सीधे उपभोग के लिए लिक्विड नाइट्रोजन का उपयोग करने के खिलाफ चेतावनी दी और कहा कि इसे सर्व करने से पहले लिक्विड नाइट्रोजन को भोजन या पेय से पूरी तरह से इवैपोरेटेड किया जाना चाहिए.
कर्नाटक में ऐसी कोई रोक या सलाह नहीं है.