गाजियाबाद पुलिस ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर लापता दो युवकों के शवों की एक खेत से बरामदगी के तीसरे दिन दोहरे हत्याकांड मामले में शुक्रवार को छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने यह जानकारी दी. गाजियाबाद के टीला मोड़ थाना क्षेत्र के रिस्ताल गांव के दुर्गेश कसाना (25) और गौरव कसाना (24) 31 दिसंबर की शाम को नया साल मनाने गए थे, लेकिन वे वापस नहीं लौटे और अगले दिन उनकी गुमशुदगी की प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. पुलिस ने बताया कि बुधवार की शाम कुछ राहगीरों ने एक फसल के खेत में उनके शव देखे, जिनकी पहचान छिपाने के लिए चेहरे तेजाब से जलाए गए थे.
पुलिस ने प्राथमिकी का हवाला देते हुए कहा था कि बचपन के दोस्त रहे दोनों युवक प्रदूषण पैदा करने वाली इकाइयों के खिलाफ आवाज उठा रहे थे. पुलिस ने कहा कि युवकों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद ऐसे कारखानों के मालिकों ने अपनी इकाइयां बंद कर दी थीं और इलाके से भाग गए थे. आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की पांच टीम का गठन किया गया था.
पुलिस ने शुक्रवार को भानेडा गांव के हिंडन नदी पुल और बंथला नहर के तटबंध से छह आरोपियों को गिरफ्तार किया. पकड़े गये आरोपियों की पहचान संजीव उर्फ संजय कसाना, जनक सिंह, पिंटू, वीरेंद्र, सुखवीर और अनुज के रूप में हुई है.
पुलिस ने बताया कि इनके कब्जे से हथियार और कारतूस व मारे गए युवक की मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है.
पुलिस उपायुक्त (ट्रांस हिंडन) दीक्षा शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तार आरोपी जनक सिंह कोतवालपुर गांव में संजीव कसाना और विनोद कसाना की भूमि पर अवैध रासायनिक कारखाना चला रहा था जबकि पिंटू, अनुज, सुखवीर और वीरेंद्र कारखाने में कार्यरत थे.
उन्होंने कहा कि विनोद कसाना की तलाश जारी है.
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