गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उसे 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. 24 मई 2023 को स्पेशल सेल ने 25 पिस्टल बरामद कर आर्म्स एक्ट में केस दर्ज किया था. दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने कोर्ट से बिश्नोई की रिमांड की मांग की थी.
24 मई 2023 को स्पेशल सेल ने 25 पिस्टल बरामद होने के बाद बड़ा खुलासा हुआ था और पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया था. पुलिस ने मुकंद नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया था, जिसने पुलिस को बताया कि वो दलप्रीत के लिए काम करता है, जो अमेरिका में है. उसने बताया कि दलप्रीत गोल्डी बराड़ के लिए काम करता था. ये हथियार गोल्डी बराड़ ने लारेंस विश्नोई और काला झठेड़ी गैंग को सप्लाई करना था.
पुलिस ने कहा कि लारेंस विश्नोई और काला झठेड़ी को आमने सामने बिठाकर पूछताछ करनी है. लॉरेंस को पंजाब ले जाना है. लारेंस उस वक्त पंजाब की भटिंडा जेल में बंद था और मोबाइल इस्तेमाल कर रहा था. दिल्ली पुलिस के मुताबिक कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 26 मई को मंडोली जेल के अंदर लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ की थी.
पूछताछ में लॉरेंस बिश्नोई ने बताया कि जब वह भटिंडा जेल में अप्रैल 2023 में बंद था तो इस दौरान वह मोबाइल फोन से काला जटेरी और नरेश सेठी के संपर्क में था. जिन्होंने इससे कहा कि उसके गैंग मेंबर्स के लिए वह हथियार की व्यवस्था कराएं. जिसके बाद लॉरेंस बिश्नोई ने गोल्डी बरार से कहा कि वह हथियार की व्यवस्था करे. गोल्डी बरार ने लॉरेंस से कहा कि उसका कांटेक्ट दिलप्रीत सिंह हथियार अरेंज करेगा, अपने पंजाब के सूत्र मुकुंद सिंह के जरिए यह खुलासा हुआ है.
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