'बाहुबली' अतीक अहमद को ले जा रही वैन मध्य प्रदेश के शिवपुरी में पलटते-पलटते बची. यूपी पुलिस का काफिला जैसे ही खराई चेकपोस्ट से होकर गुजरा, एक गाय इससे टकरा गई. इससे गाय की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. गनीमत रही कि वैन पलटने से बच गई. उसके बाद पूरे काफिले को कुछ देर के लिए रोका गया. कुछ देर बाद काफिला यूपी के प्रयागराज के लिए रवाना हुआ.
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा प्रयागराज ले जाए जाने से पहले अहमदाबाद में साबरमती केंद्रीय जेल से बाहर निकलने के बाद माफिया अतीक अहमद ने रविवार को आशंका जताई कि उसकी हत्या की जा सकती है. अहमद को जब जेल से बाहर पुलिस वैन में ले जाया जा रहा था, तब उसने वहां मौजूद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हत्या, हत्या.'' जब पत्रकारों ने पूछा कि उसे पुलिस वैन में ले जाया जा रहा है, तो उसे डर क्यों लग रहा है, अहमद ने कहा, ‘‘मुझे इनका प्रोग्राम (योजना) मालूम है... हत्या करना चाहते हैं.''
2019 से साबरमती जेल में बंद था
उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम रविवार शाम को माफिया अतीक अहमद को गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती केंद्रीय जेल से लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हुई. अतीक इस जेल में जून 2019 से बंद है. अधिकारियों ने बताया कि अतीक को एक अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा, जो 28 मार्च को अपहरण के एक मामले में आदेश पारित करने वाली है, जिसमें वह आरोपी है. समाजवादी पार्टी (सपा) का पूर्व सांसद अतीक जून 2019 से साबरमती जेल में बंद है. उच्चतम न्यायालय के आदेश पर अतीक अहमद को उसके गृह राज्य (उत्तर प्रदेश) से साबरमती जेल स्थानांतरित कर दिया गया था.
भाजपा सांसद का वह ट्वीट...
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सदस्य सुब्रत पाठक ने कहा था कि उन्हें आश्चर्य नहीं होगा अगर अतीक अहमद का वाहन भी गैंगस्टर विकास दुबे की तरह पलट जाए. पाठक ने एक मार्च को ट्वीट किया था, ‘‘उत्तर प्रदेश पुलिस की सुरक्षा में उमेश पाल सहित पुलिस सुरक्षाकर्मी की हत्या सीधे उत्तर प्रदेश की सरकार पर हमला है, याद रखो जब विकास दुबे नहीं बचा, तो इन दुर्दांतों का क्या होगा यह बताने की आवश्यकता नहीं है, और अब यदि गाड़ी अतीक की भी पलट जाए, तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा.''
पहले भी पलटी है
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तारी के बाद दुबे को कानपुर ले जाते समय रास्ते में पुलिस का वाहन संदिग्ध परिस्थितियों में पलट गया था, जिसके बाद पुलिस ने मुठभेड़ में उसे मार गिराया था. घटना जुलाई, 2020 की है. पुलिस का दावा है कि दुबे ने भागने का प्रयास किया था.
यह भी पढ़ें-
शिवाजी महाराज पर महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल की टिप्पणी फौजदारी अपराध नहीं : अदालत
सावरकर हमारे आदर्श, उनका अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे : उद्धव ठाकरे की राहुल गांधी से दो टूक