ग्रेटर नोएडा के निवासियों को करीब दो महीने बाद गंगाजल मिलना शुरू हो जाएगा. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
गंगाजल परियोजना के लिए शुक्रवार का दिन काफी अहम रहा क्योंकि इस दिन ग्रेटर नोएडा के जैतपुर गांव में स्थित मास्टर रिजर्व वायर तक गंगाजल बिना किसी लीकेज के पहुंचा.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, दो महीने तक गंगाजल के पाइप लाइनों में पानी छोड़कर परीक्षण किया जाएगा और फिर आपूर्ति शुरू की जाएगी. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह ने बताया कि शुक्रवार को गंगाजल ग्रेटर नोएडा के जैतपुर स्थित मास्टर रिजर्व वायर तक पहुंच गया.
इससे पहले अधिकारियों ने पल्ला-बोड़ाकी के पास रेलवे लाइन के किनारे से गुजर रही पाइप लाइन का निरीक्षण किया. मास्टर रिजर्व वायर पर परीक्षण का काम शुरू हो गया है. अब आपूर्ति को लेकर काम किया जाएगा. उन्होंने बताया कि दो महीने बाद जलापूर्ति शुरू कर दी जाएगी.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि 85 क्यूसेक गंगाजल परियोजना ग्रेटर नोएडा के निवासियों के लिए महत्वपूर्ण है. जल्द ही घरों में मिश्रित गंगाजल की आपूर्ति होगी और भूजल पर निर्भरता कम होगी जिससे भूजल स्तर में सुधार होगा. प्राधिकरण ग्रेटर नोएडा के निवासियों के घरों तक गंगाजल पहुंचाने की पूरी कोशिश कर रहा है.
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हापुड़ के ऊपरी गंगा नहर से 85 क्यूसेक गंगाजल लाने का प्रस्ताव 2005 में दिया गया था. वर्ष 2012 से 2014 के बीच ग्रेटर नोएडा में जलापूर्ति व्यवस्था तैयार कर ली गई थी. वर्ष 2017 के बाद देहरा से जैतपुर तक 23 किलोमीटर की पाइपलाइन, जल शोधन संयंत्र और देहरा में इनटेक (प्रारंभिरक शोधन संयंत्र) के निर्माण का कार्य शुरू हुआ.
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