संसद में 'जी राम जी' बिल फाड़े जाने पर वार-पलटवार, शिवराज बोले- क्या यह बापू के आदर्शों की हत्या नहीं

लोकसभा में हंगामे के बीच VB–G RAM G बिल पास हो गया. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान जब विपक्ष के सवालों का जवाब दे रहे थे, तब विरोध में विपक्ष ने सदन में कागज फाड़े. जिस पर शिवराज ने कहा यह लोकतंत्र को कलंकित करने वाला आचरण है.

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जी राम जी बिल की कॉपियां फाड़े जाने पर वार-पलटवार तेज हो गई है.
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  • मनरेगा पर आए नए बिल जी राम जी को लोकसभा में विपक्ष के विरोध के बावजूद ध्वनिमत से पारित किया गया.
  • विपक्षी दलों ने बिल की प्रतियां फाड़कर विरोध किया, जिससे संसद में लोकतंत्र की आलोचना और राजनीतिक तनाव बढ़ा.
  • केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष के व्यवहार को लोकतंत्र के लिए कलंक और अमर्यादित बताया.
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नई दिल्ली:

विपक्ष के विरोध के बाद लोकसभा से मनरेगा पर आए नए बिल जी राम जी लोकसभा से ध्वनिमत से पारित हो गया. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) मनरेगा पर आए नए बिल का विपक्ष ने खूब विरोध किया. हालांकि इस बिल के विरोध में सदन में उस समय अफरा-तफरी जैसी स्थिति दिखी, जब विपक्षी दलों ने विरोध करते हुए इस बिल की कॉपियों को फाड़ दिया. संसद में जी राम जी बिल की कॉपियों को फाड़े जाने पर अब राजनीति तेज हो गई है. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को लोकतंत्र को कलंकित करने वाला बताया. दूसरी ओर विपक्ष ने सरकार पर जल्दबाजी में इसे पारित करने का आरोप लगाया. 

शिवराज सिंह चौहान बोले- यह अनैतिक और अमर्यादित

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "आज लोकसभा में विपक्ष, कांग्रेस और INDI गठबंधन के सांसदों के बर्ताव ने लोकतंत्र को कलंकित किया है, लोकतंत्र को भीड़तंत्र में बदला है, गुंडातंत्र में बदला है. 'विकसित भारत गारंटी फॉर रोजगार एंड आजीविका मिशन ग्रामीण' बिल पर चर्चा हो रही थी, जो कल रात 1:30 बजे के बाद तक चली. हमने विपक्ष की बातों को ध्यान से सुना, लेकिन आज अमर्यादित आचरण का प्रदर्शन हुआ. कागज़ फेंके गए. क्या यह बापू के आदर्शों की हत्या नहीं है? क्या यह अनैतिक और अमर्यादित नहीं है? मैं उनके इस कृत्य की निंदा करता हूं."

शिवराज ने कहा- विपक्ष आखिर क्यों व्यथित क्यों है

शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "वे आखिर क्यों व्यथित हैं? ग्रामीण विकास और रोज़गार के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं. इनकी पूरी एक श्रृंखला है. संपूर्ण ग्रामीण रोज़गार योजना, फिर जवाहर रोज़गार योजना, और उसके बाद MGNREGA आई. अगर पंडित जवाहरलाल नेहरू का नाम शामिल नहीं किया गया, तो क्या इसका मतलब यह है कि उनका अपमान हुआ? गरीब कल्याण भाजपा का संकल्प है और एक नहीं अनेकों योजनाएं हैं जो गरीबों के जीवनस्तर को बेहतर बनाने का काम कर रही है... 

जी राम जी बिल की खूबियां बताते हुए शिवराज बोले- इसमें समस्या क्या है?

उन्होंने आगे कहा कि 'विकसित भारत के लिए विकसित गांव' प्रधानमंत्री मोदी का संकल्प है, और इसके लिए पर्याप्त धनराशि प्रस्तावित है... कांग्रेस ने MGNREGA पर कितना खर्च किया? हमने एक व्यापक योजना बनाई है. बेरोज़गारी भत्ते के प्रावधान को मज़बूत किया गया है, और यह कहा गया है कि अगर 15 दिनों के भीतर मज़दूरी का भुगतान नहीं किया जाता है, तो देर से मजदूरी देने के लिए प्रति दिन 0.05% का अतिरिक्त भुगतान करना होगा.

अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति पर ध्यान दिया गया है. दिव्यांग बुजुर्गों के लिए अलग से गारंटी कार्ड जारी किए जाएंगे, और उन्हें कम काम के लिए भी ज़्यादा मज़दूरी मिलेगी. मुझे समझ नहीं आता कि इसमें क्या समस्या है?"

कांग्रेस सांसद बोलीं- जल्दबाजी में लोकसभा से पास किया गया बिल

कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. पूरा विपक्ष चाहता था कि MGNREGA का ये बिल JPC को भेजा जाए. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने इसमें से महात्मा गांधी का नाम हटा दिया है, और उन्होंने ऐसे संशोधन भी किए हैं कि यह कुछ सालों में ये खत्म हो जाएगा. अब केंद्र सरकार सिर्फ 60% फंड देगी... जिस तरह से उन्होंने इसमें संशोधन किया है... उन्होंने इसके महत्व को पूरी तरह से खत्म कर दिया है... उन्होंने इसे जल्दबाजी में लोकसभा में पास कर दिया, और अब यह राज्यसभा में आएगा. हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे कि यह JPC में जाए."

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सपा सांसद ने कहा- गांधी का नाम नहीं हटना चाहिए था

समाजवादी पार्टी सांसद धर्मेंद्र यादव ने विकसित भारत गारंटी फॉर रोज़गार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक पर कहा, "कोई सार्थक काम नहीं है. पहली आपत्ति है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का नाम नहीं हटना चाहिए था, उनका नाम हटाकर सरकार ने यह साबित कर दिया कि भाजपा की नीतियों में महात्मा गांधी के प्रति कोई निष्ठा आस्था नहीं है...पहले इसमें अधिकांश पैसा केंद्र सरकार देती थी लेकिन अब इन्होंने 60-40% की व्यवस्था कर दी है. मैं समझता हूं कि अगले कुछ वर्षों में यह योजना खत्म हो जाएगी..."

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रविशंकर प्रसाद बोले- कांग्रेस अब अराजक पार्टी हो गई है

भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद ने विकसित भारत गारंटी फॉर रोज़गार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक, 2025 पर कहा, "आज कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा में कौन सा  आचरण किया? 10 घंटे तक रात तक चर्चा हुई, आपको अपनी बात कहने का मौका मिला लेकिन जब शिवराज सिंह चौहान जवाब देने आए तब आप बिल को फाड़ रहे हैं... क्या कांग्रेस पार्टी अब अराजक पार्टी हो गई है? 

रविशंकर प्रसाद ने आगे कहा कि वे गांधी जी का नाम लेना बंद करें. विस्तार से बताया गया कि देश के विकास में चाहें वह स्वच्छ भारत हो, गरीबों के लिए आवास की योजना हो, पेयजल की योजना हो, वे सभी योजनाएं जो जमीन पर उतरी हैं, गांधी जी उसमें बसते हैं. सिर्फ नाम में नहीं. आज मुझे पूरे विपक्ष विशेषकर कांग्रेस पार्टी के इस आचरण से बहुत पीड़ा हुई. क्या लोकतांत्रिक प्रक्रिया में आपका विश्वास नहीं है?..."

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