देश में होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit 2023) की सभी तैयारियां को अमलीजामा पहनाने का काम अंतिम दौर में है. शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अंतरराष्ट्रीय हस्तियां आने वाली हैं, जिनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भारत की आंतरिक सुरक्षा एजेंसियों के जिम्मे हैं. अंतरराष्ट्रीय राजनयिकों के साथ उनके प्रशासनिक मंडल और बहुत से विदेशी मेहमानों का 8 सितंबर से दिल्ली में पहुंचना शुरू हो जाएगा. इसे लेकर दिल्ली से लेकर NCR तक की पुलिस हाई अलर्ट पर है और इसके लिए कई बार पूर्वाभ्यास भी हो चुके हैं. वहीं इसे लेकर GRP (Government Railway Police) की भी पूरी तैयारी है.
GRP के अधिकार में दिल्ली के सात रेलवे स्टेशन आते हैं. G-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन प्रगति मैदान में होना है. आयोजन स्थल के सबसे करीब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और दूसरा निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन हैं. इन स्टेशनों खासी चौकसी बरतने के निर्देश जारी किये गए हैं.
GRP की DCP अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि विदेशी राजनयिकों की सुरक्षा के मद्देनजर रेलवे पुलिस को खास जिम्मेदारी सौंपी गई है. दिल्ली के कुछ ऐसे रेलवे ब्रिज हैं जिनके नीचे से सभी विदेशी राजनयिकों का काफिला गुजरेगा, जिसमें तिलक मार्ग रेलवे ब्रिज, भैरों रोड़ रेलवे ब्रिज, रिंग रोड़ रेलवे ओवर ब्रिज, सरदार पटेल मार्ग ब्रिज और अफ्रीका एवेन्यू ओवर ब्रिज आते हैं. उनकी रेलवे पुलों की संरचनात्मक सुरक्षा प्रणाली को हर एंगल से जांचा परखा जा रहा है. इसके लिए RPF (Railway Protection Force) और GRP संयुक्त रूप काम कर रहे हैं. रेलवे की पटरियां जो G -20 आयोजन स्थल के करीब से होकर गुजरती हैं और जिसे प्रगति मैदान हाल्ट कहते हैं वहां GRP और RPF के जवान हर वक्त ड्यूटी पर तैनात हैं.
देश विरोधी गतिविधियों पर रहेगी नजर
देश विरोधी खालिस्तानी पोस्टर लगाने वालों और स्लोगन लिखने वालों पर खास तौर पर नजर रखी जा रही है. दिल्ली के रेलवे स्टेशनों जिसमें नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, निजामुद्दीन स्टेशनों के रेलवे यार्ड, स्टेशन की बाउंड्री वाल, प्लेटफार्म, पार्सल यार्ड पर राउंड द क्लॉक जवान मोर्चा संभाले हुए हैं. यदि रेलवे स्टेशनों या उसके आसपास देश विरोधी गतिविधि करता कोई पाया जाता है तो उसे तुरंत पकड़ने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही देश विरोधी नारों को मिटाने के लिए स्प्रे पेंट दिए गए हैं.
रेलवे स्टेशनों पर नहीं होंगे वाहन
G-20 के मद्देनजर 8, 9 और 10 सितंबर तक सभी रेलवे स्टेशनों को सभी वाहनों से खाली करवा दिया जाएगा. अत्यंत आवश्यक वाहनों के अतिरिक्त किसी भी प्रकार के वाहन को ठहरने की अनुमति नहीं होगी. स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को ड्राप करने की अनुमति होगी, पिक करने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा.
रेलवे कर्मचारियों के ड्यूटी पास बनाने का अनुरोध
रेलवे DCP अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि हमने रेलवे DRM को पत्र लिखा हुआ है, जिसमें तीन दिन तक रेलवे पार्सल घर को खाली करवाने और बुकिंग बंद करने और जो रेलवे कर्मचारी G-20 आयोजन स्थल के करीब होंगे, उनके ड्यूटी पास बनाने का अनुरोध किया है.
संदिग्ध व्यक्ति और सामान की सूचना देने के निर्देश
रेलवे स्टेशनों के सभी स्टेक वेंडर्स, कुली, टैक्सी चालक, पोर्टर्स, स्टेशन पर सफाई कर्मचारी, ऑटो ड्राइवर, पार्किंग अटेंडेंट सभी को अपने आसपास की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए तैयार किया गया है. इनको किसी भी संदिग्ध व्यक्ति और सामान की सूचना रेलवे पुलिस को देने के लिए निर्देश दिए गए हैं.
रेलवे स्टेशनों के पास 75 सीसीटीवी लगाए
G-20 शिखर के मद्देनजर जीआरपी ने 24 घण्टे नजर रखने के लिए स्टेशन की खुली जगहों पर 75 सीसीटीवी नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर लगवाए हैं. स्टेशन पर अंधेरी वाली जगहों पर नए बिजली के खंबे लगवाकर रोशनी की व्यवस्था की गई है.
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