जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए दिल्ली तैयार है. आयोजन को सफल बनाने के लिए भारत मंडपम को सजाया जा रहा है. इस मेगा इवेंट के दौरान विदेशी मेहमानों को भारत मंडपम में भारतीय वैदिक काल से लेकर भारत का संविधान बनने की प्रक्रिया और उसकी खासियत के बारे में भी बताया जाएगा. साथ ही यहां पर देश के प्राचीन इतिहास के साथ ही डिजिटल होती दुनिया की झलक भी पेश की जाएगी. दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन का 9 और 10 सितंबर को आयोजन होना है.
जी-20 के लिए भारत मंडपम में 26 पैनल की डिजिटल दीवार बनाई जाएगी. कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों का AI एंकर स्वागत करेगी. साथ ही AI एंकर कॉरिडोर की थीम के बारे में भी जानकारी देगी. साथ ही इस पैनल पर भारतीय लोकतंत्र की कहानी को दिखाया जाएगा. साथ ही वैदिक काल से शुरू होकर 2019 के चुनावों तक की झलक पेश की जाएगी. पैनल में टच स्क्रीन होगा, जहां पर 16 भाषाओं में ऑडियो, वीडियो और टेक्स्ट होगा.ऑडियो की अवधि 60 सेकंड की होगी.
इसके साथ ही यहां पर 7000 साल पुरानी डांसिंग गर्ल की मूर्ति भी दिखाई जाएगी, जो लोकतंत्र के प्रतीक के तौर पर है.
सम्राट अशोक और फाह्यान की बातों का होगा जिक्र
इन स्क्रीन पर वैदिक काल के साथ ही सम्राट अशोक, फाह्यान, मेगस्थनीज की कहीं गई बातें और उत्तरामेरुर के मंदिर पर अंकित 10 वीं शताब्दी के लोकतंत्र की कहानी के अलावा कृष्णदेव राय, क्षत्रपति शिवाजी, भारत के संविधान बनाने की प्रक्रिया और उसकी खासियत का जिक्र भी होगा. यही नहीं इसमें सिंधु घाटी सभ्यता का वर्णन भी शामिल किया गया है.
चुनावों के बारे में बताया जाएगा
भारत निर्वाचन आयोग के डेटा के जरिए देश के फ्री और फेयर इलेक्शन के बारे में बताया जाएगा, यह 2019 तक का होगा. इसके जरिए कोशिश है कि भारतीय लोकतंत्र की पुरानी और गहरी परंपरा की गाथा को दिखाया जा सके. इसके साथ ही भारत मंडपम में साढ़े 4 मिनट की मूवी इंडिया ऑन द मून की भी प्रस्तुति होगी.
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