प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंत्रिपरिषद के सदस्य रह चुके जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व नेता रामचंद्र प्रसाद सिंह उर्फ आरसीपी सिंह बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए. भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पार्टी महासचिव अरुण सिंह और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी की मौजूदगी में आरसीपी सिंह ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. इस अवसर पर अरसीपी सिंह ने कहा कि आज बहुत गर्व का क्षण है, मैंने बीजेपी ज्वाइन कर ली है.
अरसीपी सिंह ने कहा, "नीतिश बाबू बोलते थे कि कोई काम देश में नहीं हो रहा है. मैंने उनसे कहा था कि भारत कैसे पांचवीं अर्थव्यवस्था बन गई. एक मुख्यमंत्री तीन दिन से तीन प्रदेश में है, वो किस काम से गए हैं. कहते कि विपक्षी एकजुटता कर रहा हूं. इतिहास को याद करिए, हमेशा चुनाव में एकता की बात आती है. लेकिन वह बिना नेता के एकता की बात कर रहे हैं. मैं पूछना चाहता हूं कि नीतिश बाबू आपका नेता कौन है?
नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए आरसीपी सिंह ने कहा, "नीतीश कुमार को पीएम बनना है. वो हैं PM, लेकिन क्या है? P का मतलब पलटी और M का मतलब माल कमाया है. नीतीश कुमार कहते हैं कि अब जिंदगी भर आरजेडी के गोद में बैठेंगे, तो मेरे सामने क्या विकल्प था? इसलिए मैंने बीजेपी ज्वाइन किया है."
कभी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबियों में शुमार रहे आरसीपी सिंह ने पिछले साल अगस्त में जदयू से इस्तीफा दे दिया था. भाजपा से नजदीकियों के चलते जदयू ने उन्हें दोबारा राज्यसभा भी नहीं भेजा. इसके बाद उन्हें केंद्रीय मंत्री का पद भी गंवाना पड़ा था. जदयू छोड़ने के बाद से ही आरसीपी सिंह के भाजपा में जाने के कयास लगाए जा रहे थे. वह कुर्मी समाज से आते हैं. कुर्मी मतदाता नीतीश कुमार के समर्थक माने जाते हैं, क्योंकि वह खुद भी इसी समाज से ताल्लुक रखते हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ वर्ष 2024 के आम चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय स्तर पर ‘विपक्षी एकता' के प्रयास में जुटे हैं. बुधवार को नीतीश ने झारखंड के मुख्यमंत्री से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि वह चाहते हैं कि अधिकतर विपक्षी दलों में एकजुटता हो जाये ताकि एक साथ आकर देश के समूचे इतिहास को बदलने की कोशिशों को नाकाम किया जा सके.
नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज अपने मुंबई दौरे के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे. नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव, ठाकरे के आवास पर जाएंगे और बाद में पवार से उनके घर पर मुलाकात करेंगे.
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