PM का US दौरा, ट्रंप की टैरिफ धमकी और अवैध अप्रवासी... बड़े सवालों का MEA ने क्या दिया जवाब

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से ब्रिक्स में शामिल देशों पर टैरिफ लगाने की चेतावनी का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि ब्रिक्स के अंदर जो भी फैसला लिया जाता है, वह आपस में मिलकर लिया जाता है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की फरवरी में मुलाकात हो सकती है.
नई दिल्ली:

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को वीकली प्रेस ब्रीफिंग के दौरान PM मोदी के अमेरिका दौरे, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में भारतीयों की हालत, ईरान में लापता हुए 3 भारतीयों समेत पूछे गए कई सवालों के जवाब दिए. PM मोदी की अमेरिका यात्रा पर जायसवाल ने कहा, "PM और राष्ट्रपति ट्रंप ने कुछ दिन पहले टेलीफोन पर बातचीत की थी. दोनों पक्ष भारत-अमेरिका की बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री की अमेरिका के की जल्द यात्रा पर काम कर रहे हैं. इस यात्रा के लिए तारीख तय करने पर काम चल रहा है. सही समय पर इसकी घोषणा की जाएगी."

तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की हो रही कोशिश
विदेश मंत्रालय ने कहा कि 26/11 मुंबई आतंकी हमले का आरोपी तहव्वुर राणा को जल्द ही भारत लाया जाएगा. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 21 जनवरी को तहव्वुर राणा की याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया था. भारत लंबे समय से पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है.

ट्रंप की टैरिफ धमकी का दिया जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से ब्रिक्स में शामिल देशों पर टैरिफ लगाने की चेतावनी का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि ब्रिक्स के अंदर जो भी फैसला लिया जाता है, वह आपस में मिलकर लिया जाता है. जहां तक डी-डॉलराइजेशन की बात है, विदेश मंत्री एस जयशंकर साफ कह चुके हैं कि ऐसी कोई हमारी रणनीति नहीं है.

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रूस में 16 भारतीय लापता
रणधीर जायसवाल ने बताया कि रूस में 16 भारतीय लापता हैं. हम उनकी जानकारी हासिल करने के लिए रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं. वहीं, ईरान में लापता हुए भारतीय नागरिकों को लेकर उन्होंने कहा- "वे तीनों भारतीय नागरिक बिजनेस के सिलसिले में ईरान गए थे. हम उनके परिवारों के संपर्क में हैं. हमने इस मामले को ईरानी विदेश मंत्रालय और ईरानी दूतावास के सामने उठाया है."

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कांगो में छिड़े संघर्ष में ज्यादातर भारतीय सुरक्षित
उन्होंने कहा, "कांगो में छिड़े संघर्ष पर डेमोक्रेटिक रिपब्लिकन ऑफ कांगो (DRC) के कुछ हिस्सों में संघर्ष चल रहा है. वहां करीब 25 हजार भारतीय नागरिक रहते हैं. गोमा शहर में जहां लड़ाई चल रही थी, वहां 1000 से ज्यादा भारतीय रह रहे थे. उसमें से ज्यादातर लोग सुरक्षित निकल गए हैं."

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विदेश मंत्रालय ने कहा, "भारतीय एंबेसी ने इसे लेकर एडवाइजरी भी जारी की है और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, ताकि किसी को कोई दिक्कत हो तो वह संपर्क करे. फिलहाल सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं."

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अमेरिका से अवैध अप्रवासियों की वापसी के बना रहे रास्ते
अमेरिका से अवैध अप्रवासियों की वापसी पर जायसवाल ने कहा कि भारत अवैध प्रवासन का विरोध करता है. भारतीय अधिकारी, अमेरिकी अधिकारियों के साथ मिलकर अवैध प्रवासन को रोकने की प्रक्रिया में लगे हुए हैं. इसके साथ ही अमेरिका में वैध प्रवासन के लिए और ज्यादा रास्ते बना रहे हैं.

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