यूपी, उत्तराखंड समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने कमर कस ली है. बीजेपी ने कई महत्वपूर्ण बैठकों के जरिये इन विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी का रोडमैप तैयार करने की कवायद शुरू कर दी है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP chief JP Nadda) ने राज्यों की इकाइयों से चिंतन शिविर आयोजित करने को कहा है और 10 जुलाई तक अपनी रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया है.अगले साल के शुरुआती महीनों में देश के जिन 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, उनमें से चार यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में बीजेपी या उसके सहयोगी गठबंधन (UP, Punjab, Uttarakhand Assembly Elections) की ही सरकार है.
जबकि पंजाब में कांग्रेस की सरकार है. जबकि पंजाब में कांग्रेस (Congress) सत्तासीन है. राज्य स्तरीय बैठकों के बाद छोटी-छोटी टीमों को दिल्ली भेजा जाएगा, जहां नड्डा उन्हें चुनावी तैयारियों के बारे में बताएंगे. इसके बाद पार्टी इन पांच राज्यों के चुनावों के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप देगी.
बीजेपी (BJP) ने पार्टी कैडर को यह संदेश दे दिया है कि वे सांगठनिक गतिविधियों के लिए कमर कस लें, जो कोरोना की दूसरी लहर के बाद से रुक गई थीं. बीजेपी की सभी राज्यों की इकाइयों से भी 21 जुलाई से 30जुलाई तक कार्यकारी परिषद की ऑनलाइन बैठकें आयोजित करने का निर्देश दिया गया है.राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण सत्र प्रत्येक रविवार को 10.30 से 11.30 के बीच होगी. राज्य स्तरीय बैठकें मंगलवार और बुधवार को सुबह 10 बजे से होंगी.
वरिष्ठ बीजेपी नेता दुष्यंत गौतम और मुरलीधर राव इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संयोजन करेंगे. इसके साथ ही पार्टी ने राज्य इलाकों से प्रशिक्षण सत्र और अन्य तैयारियों को तेज करने को कहा है. सभी राज्यों के प्रमुखों और महासचिवों को 31 जुलाई के पहले अपने-अपने प्रदेशों का पूरा दौरा करना है.
बीजेपी 18 जून को एक विशेष वर्चुअल सत्र का आयोजन करेगी, जो कोरोना महामारी पर होगी. इसमें कोरोना की चुनौती का सामना- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संकट का मुकाबला करता राष्ट्र विषय पर चर्चा होगी. इस मसले पर एक फिल्म भी दिखाई जाएगी. जिसे 10 जुलाई तक मंडल स्तर पर क्षेत्रीय भाषाओं में पेश करने को कहा गया है. बीजेपी ने मंडल, बूथ और पन्ना प्रमुख कार्यक्रम में तेजी लाने का भी फैसला किया है.
25 सितंबर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन तक सशक्त मंडल, 25 दिसंबर अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन तक सक्रिय बूथ समिति और अगले साल 6 अप्रैल तक पार्टी के स्थापना दिवस पर पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति करने के अभियान को समाप्त करने का फैसला किया है. बीजेपी देश भर के चुनिंदा शहरों में लोगों से विशेष संवाद के कार्यक्रम को भी अंतिम रूप दे रही है.
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