"पहले पार्टी नेताओं के साथ न्याय करें": मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे के बाद राहुल गांधी पर बीजेपी का तंज

मिलिंद देवड़ा के कांग्रेस छोड़ने की अटकलें पिछले काफी समय से चल रही थी. वहीं आज उन्‍होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद वो एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल होने जा रहे हैं.

विज्ञापन
Read Time: 19 mins
मिलिंद आज एकनाथ शिंदे से मुलाकात कर सकते हैं.
नई दिल्ली:

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मिलिंद देवड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे पर भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी को पहले अपनी पार्टी के नेताओं के साथ न्याय करना चाहिए. दरअसल आज कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में मणिपुर से 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू करेगी. जिसके जरिए उसका प्रयास बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दों को लोकसभा चुनाव में विमर्श के केंद्रबिंदु में लाना है. 

बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "राहुल गांधी को पहले अपनी पार्टी के नेताओं के साथ न्याय करना चाहिए, न्याय यात्रा बाद में."

Advertisement

इस वजस से दिया इस्तीफा

ये पूरा मामला 'दक्षिण मुंबई सीट' के इर्दगिर्द घूमता नजर आ रहा है. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस I.N.D.I.A. गठबंधन का हिस्सा है और उद्धव सेना दक्षिण मुंबई सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं है. ऐसे में दक्षिण मुंबई सीट को लेकर कांग्रेस हथियार डाल सकती है. इस स्थिति में मिलिंद देवड़ा को किसी अन्‍य सीट की तलाश करनी होती. दक्षिण मुंबई सीट एकनाथ शिंदे गुट के पास है, इसलिए मिलिंद उन्‍हीं का दामन थाम सकते हैं.

Advertisement

जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर साधा निशाना

दूसरी ओर, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस मामले पर पीएम मोदी पर निशाना साधा है.  जयराम रमेश ने कहा कि मिलिंद देवड़ा ने  शुक्रवार को उनसे फोन पर बात की थी. उन्होंने अनुरोध किया था कि वह दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट पर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिव सेना (यूबीटी) के दावे पर अपनी चिंताओं को लेकर राहुल गांधी से बात करना चाहते हैं. मिलिंद देवड़ा और उनके पिता मुरली देवड़ा दोनों मुंबई दक्षिण सीट से सांसद रह चुके हैं. जाहिर है ये सब एक तमाशा था और उन्होंने जाने का मन पहले ही बना लिया था. उनके पार्टी छोड़ने की घोषणा का समय स्पष्ट रूप से पीएम द्वारा निर्धारित किया गया था.

Advertisement
Featured Video Of The Day
UP Madrasa Act: SC ने इलाहाबाद हाइकोर्ट का फैसला रद्द किया,17 लाख छात्रों को नहीं बदलने होंगे स्कूल
Topics mentioned in this article