जम्मू-कश्मीर से अग्निवीर के पहले बैच ने ट्रेनिंग के लिए ज्वॉइन की आर्मी

चयनित सभी अभ्यर्थियों को श्रीनगर स्थित सेना भर्ती कार्यालय से 24 दिसंबर को भारतीय सेना के विभिन्न रेजिमेंट के करीब 30 ट्रेनिंग सेंटर में भेज दिया गया है.

विज्ञापन
Read Time: 10 mins
सेना में नए जवानों की भर्ती के लिए केंद्र द्वारा अग्निपथ योजना की इसी साल 14 जून को घोषणा की गई है.
नई दिल्ली:

अग्निवीर का पहले बैच जिसे जम्मू कश्मीर से चुना गया है ने सोमवार को ट्रेनिंग के लिए आर्मी ज्वॉइन की. केंद्र ने इस बात की जानकारी दी. फिजीकल टेस्ट, लिखित परीक्षा और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद करीब 200 अभ्यर्थियों को चुना गया है. 

चयनित सभी अभ्यर्थियों को श्रीनगर स्थित सेना भर्ती कार्यालय से 24 दिसंबर को भारतीय सेना के विभिन्न रेजिमेंट के करीब 30 ट्रेनिंग सेंटर में भेज दिया गया है. अब वे 25 से 30 दिसंबर के बीच अपने अपने ट्रेनिंग सेंटर पर ट्रेनिंग के लिए रिपोर्ट करेंगे. वहां, उनकी ट्रेनिंग 1 जनवरी, 2023 से शुरू होने की उम्मीद है. 

इस संबंध में जारी प्रेस विज्ञाप्ति में कहा गया, " संभागीय आयुक्त, कश्मीर और उनकी टीम द्वारा संचालित नागरिक प्रशासन के समन्वित प्रयास, चिनार कोर का निरंतर समर्थन और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए उम्मीदवारों का समर्पण के कारण अभ्यर्थियों का चयन और डिस्पैच सभी स्टेजों  को पार करते हुए संभव हो पाया है."

बता दें कि सेना में नए जवानों की भर्ती के लिए केंद्र द्वारा अग्निपथ योजना की इसी साल 14 जून को घोषणा की गई है. योजना के अनुसार वैसे अभ्यर्थी जो साढ़े 17 से 21 साल की उम्र के बीच के हैं, वो भर्ती के लिए आवेदन डाल सकते हैं. सारी प्रक्रिया को पार करने पर उनको चार साल के लिए भारतीय सेना के साथ ट्रेनिंग दी जाएगी. 

वहीं, ट्रेनिंग पूरी होने पर उक्त बैच के 25 प्रतिशत अभ्यर्थियों को सेना में स्थायी नौकरी दी जाएगी. वहीं, 75 प्रतिशत अभ्यर्थियों को एक तय राशि के साथ वापस आना पड़ेगा.  

यह भी पढ़ें -
-- "श्रद्धा मर्डर केस की वजह से तोड़ना पड़ा रिश्ता"; एक्ट्रेस तुनिषा शर्मा का ब्वॉयफ्रेंड
-- मास्‍क जरूरी, रात 1 बजे तक चल सकता है न्यू ईयर सेलिब्रेशन; कर्नाटक सरकार ने जारी की गाइडलाइन

Advertisement
Featured Video Of The Day
Bihar Election 2025 में BJP का RJD पर 'गाना वॉर', तो वहीं Lalu Yadav के चारा घोटाले पर कसा तंज
Topics mentioned in this article