तमिल एक्टर विशाल ने फिल्म 'सेंसर बोर्ड' (The Central Board of Film Certification) के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाए थे. इन आरोपों के एक दिन बाद सेंसर बोर्ड की प्रतिक्रिया सामने आई है. सेंसर बोर्ड की तरफ से कहा गया है कि ऑनलाइन सर्टिफिकेशन सिस्टम मौजूद होने और फिल्म के लिए "नए सिस्टम में सुधार के लिए नियमित अपडेट" के बावजूद फिल्म प्रड्यूसर्स और आवेदक बिचौलियों या एजेंटों के जरिए अप्लाई करने रास्ता चुनते हैं. जिसकी वजह से सर्टिफिकेशन प्रोसेस में थर्ड पार्टी की भागीदारी को खत्म करने का उद्देश्य सफल नहीं हो पाता है. सूत्रों के मुताबिक सीबीआई फिल्म प्रमाणन संस्था यानी कि सेंसर बोर्ड में कथित भ्रष्टाचार की जांच शुरू करेगी.
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'भ्रष्टाचार पर 'जीरो टॉलरेंस' की नीति'
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने कहा है कि उसने एक्टर के आरोपों को बहुत ही गंभीरता से लिया है और भ्रष्टाचार को लेकर उनकी नीति जीरो टॉलरेंस की है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड की छवि खराब करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. एएआई के मुताबिक सीबीएफसी ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि एग्रेसिव डिजिटलीकरण, कंप्लीट प्रोसेस ऑटोमेशन और न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप पर जोर देने के साथ, बिचौलियों और एजेंटों का दखल काफी कम हो गया है. हालांकि कुछ जगहों पर यह प्रथा अभी भी चल रही है, जिसकी वजह से सेंसर बोर्ड की पारदर्शिता और सुचारु कार्यप्रणाली का उद्देश्य विफल हो रहा है.
फिल्म निर्माताओं से अपील
फिल्म सर्टिफिकेशन बॉडी ने फिल्म निर्माताओं से अपील करते हुए कहा कि वह अपनी फिल्मों के लिए आवेदन तय रिलीज डेट से पहले ही करें. बहुत ज्यादा जरूरी मामलों में प्रड्यूसर्स, फिल्ममेकर्स लिखित अनुरोध और प्रारंभिक जांच के लिए सीबीएफसी के उच्च अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं, जिस पर योग्यता के आधार पर विचार किया जा सकता है.
एक्टर विशाल ने पीएम मोदी से की थी अपील
बता दें कि साउथ एक्टर विशाल ने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और पीएम नरेंद्र मोदी के नाम चार मिनट का एक वीडियो जारी किया था.जिसमें ऑनलाइन बैंक ट्रांसफर डीटेल के साथ सेंसर बोर्ड के दो लोगों का नाम लिया गया था. इस पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय और बीजेपी ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए एक सीनियर अधिकारी को "आज ही जांच करने" के लिए मुंबई भेजा गया.
एक्शन लेने के लिए मंत्रालय का धन्यवाद
मंत्रालय की यह प्रतिक्रिया शुक्रवार को एक्टर विशाल के उन आरोप के 24 घंटे के भीतर आई थी, जिनमें उन्होंने अपनी नई फिल्म 'मार्क एंटनी' के हिंदी वर्जन को सर्टिफाइड करने के लिए सेंसर बोर्ड को 6.5 लाख रुपये की रिश्वत दी है. यह फिल्म पिछले हफ्ते साउथ के राज्यों में रिलीज हुई थी. वहीं एक्टर विशाल ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट लिखकर तुरंत एक्शन लेने के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय को धन्यवाद दिया. उन्होंने उम्मीद जताई कि हर सरकारी अधिकारी, जो भष्टाचार करता है, उसके लिए यह कार्रवाई एक उदाहरण बनेगी. एक्टर विशाल ने पीएम मोदी और मुख्यमंत्री शिंदे का भी धन्यवाद अदा किया है.