सुशांत सिंह राजपूत मामले पर बॉम्बे हाईकोर्ट में होगी सुनवाई, पिता बोले- न्याय की उम्मीद फिर से जगी

Sushant Singh Rajput Case : दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह के पिता ने कहा कि देर ही सही, लेकिन अब यह जानने का मौका मिल सकता है कि उनके बेटे का कातिल कौन है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
पटना:

बॉम्बे हाई कोर्ट 19 फरवरी को सुशांत सिंह राजपूत मामले में एक जनहित याचिका पर सुनवाई करेगी. यह खबर सुशांत के परिवार और प्रशंसकों के लिए नई उम्मीदें जगाती है, खासकर तब जब पिछले पांच वर्षों से चल रही जांच में अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है. सुशांत के परिवार और प्रशंसकों को अदालत पर भरोसा है और वे न्याय की उम्मीद कर रहे हैं.

'मौत के रहस्य का खुलासा हो सकता'

दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पिता कृष्ण कुमार सिंह ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि अदालत की सुनवाई से उनके बेटे की मौत के रहस्य का खुलासा हो सकता है. उन्होंने कहा कि उन्हें पता चला है कि किसी ने अदालत में अपील की है और कुछ लोगों के नाम गिरफ्तारी के लिए बताए हैं. कृष्ण कुमार सिंह ने कहा कि उन्हें विस्तृत जानकारी नहीं है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि अदालत की सुनवाई से कुछ निष्कर्ष निकलेंगे. उन्होंने कहा कि कम से कम इतने लंबे समय के बाद, उन्हें अपने बेटे की मौत के बारे में कुछ जवाब मिल सकते हैं.

दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह के पिता ने कहा कि देर ही सही, लेकिन अब यह जानने का मौका मिल सकता है कि उनके बेटे का कातिल कौन है. उन्होंने बताया कि मीडिया के माध्यम से उन्हें यह जानकारी मिली है कि बॉम्बे हाई कोर्ट में इस मामले में सुनवाई होगी.

Advertisement

14 जून 2020 को बॉलीवुड के उभरते हुए सितारे सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने पूरे देश को हिला दिया था. वह अपने मुंबई स्थित अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे. उनकी मौत की खबर सुनते ही सिनेमा जगत में हंगामा मच गया था. सुशांत की मौत के बाद उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर भी शक की सुई घूमी थी. रिया को उनके भाई के साथ कई बार पूछताछ के लिए बुलाया गया था. इसके अलावा सुशांत के पिता केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती और पांच अन्य के खिलाफ पटना में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने धोखाधड़ी और आत्महत्या के लिए उकसाने जैसे आरोप लगाए थे.

Advertisement
Featured Video Of The Day
IND vs BAN Champions Trophy 2025: भारत ने बांग्लादेश को 6 विकेट से पीट शुरू किया विजयी अभियान