हरियाणा (Haryana) के दो जिलों में आज (शनिवार) कुछ कार्यक्रमों में शामिल होने पहुंचे BJP नेताओं के विरोध में गुस्साए किसान पुलिस से भिड़ गए. छह महीने से अधिक समय से केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध करने के बाद, उनमें से कुछ वर्ग व्यक्तिगत रूप से भी पार्टी के पदाधिकारियों को निशाना बना रहे हैं. आज के टकराव की खबरें हरियाणा के यमुनानगर और हिसार जिलों से मिलीं, जिनकी मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार ने कई महीनों से दिल्ली की सड़कों को अवरुद्ध करके और दूरसंचार सेवाओं को बंद या धीमा करके उनके असंतोष के प्रदर्शन को रोकने की कोशिश की.
राज्य के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा आज यमुनानगर में पार्टी की एक बैठक को संबोधित करने वाले थे, जहां किसानों की पुलिस से झड़प हो गई. उन्होंने पहले भाजपा-जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेताओं को जिले में किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करने की अनुमति नहीं देने का आह्वान किया था.
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इस तरह की धमकी के बाद कार्यक्रम स्थल पर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था. हालांकि, किसान ट्रैक्टर पर पहुंचे और बैरिकेड्स को तोड़ दिया. ऐसा ही नजारा हिसार में भी देखने को मिला, जहां प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ गुरु जंबेश्वर विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम को संबोधित करने वाले थे.
विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर पुलिस कर्मियों की भारी तैनाती थी. बल का नेतृत्व पुलिस उपायुक्त रोहतास सिहाग और राजबीर सैनी ने किया. दोपहर तक किसान कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने घोषणा की थी कि प्रदर्शनकारियों के विरोध के कारण भाजपा का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है.
पिछले दिन इस तरह की घोषणा के बावजूद कार्यक्रम का आयोजन होने से किसान भड़क गए. उन्होंने आज कार्यक्रम स्थल पर काले झंडे दिखाकर विरोध करने की धमकी दी. इस बीच धनखड़ कार्यक्रम शुरू होने के कुछ देर बाद पहुंचे.
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