उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) को लेकर के राजनीति परवान है. गढ़मुक्तेश्वर के कार्तिक मेले में भी आगामी विधानसभा चुनावों का असर साफ देखा जा सकता है.किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने लखनऊ में होने वाली महापंचायत (Lucknow Mahapanchayat) के मद्देनजर बीजेपी को चेतावनी दी है. राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर 22 तारीख को लखनऊ में होने वाली पंचायत को सरकार ने रोकने की कोशिश की तो पीएम और सीएम को उत्तर प्रदेश में उतरने नहीं दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि कमल का फूल एक भूल है और इस बार इसका सफाया करना है.
किसान नेता राकेश टिकैत भी उत्तर प्रदेश और केंद्र की सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं. गढ़मुक्तेश्वर में लावलश्कर के साथ पहुंचे टिकैत ने कहा कि इस बार कमल के फूल का सफाया करना है. उन्होंने लोगों से कहा कि भाइयों, सूबे से कमल की सफाई करनी है, कमर कस लो.
टिकैत बोले, सरकार रोजगार-धंधे बंद करना चाहती है, सीईएल के निजीकरण को लेकर साधा निशाना
टिकैत 22 नवंबर को लखनऊ में पंचायत करने वाले हैं. ऐसे में उन्होंने गढ़मुक्तेश्वर से पीएम और सीएम को चेतावनी दे डाली है. उन्होंने कहा कि यदि लखनऊ की पंचायत को रोकने की कोशिश की गई तो प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को उतरने नहीं दिया जाएगा.
'गूंगी-बहरी सरकार को जगाने के लिए किसान...' : आंदोलन को गति देने की तैयारी कर रहे राकेश टिकैत
बता दें कि कार्तिक मेले में पश्चिमी उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं. विधानसभा चुनाव नजदीक है, इसलिए राजनीतिक दलों की नजर भी इस मेले पर लगी हुई है. यही कारण है कि मेला राजनीतिक दलों के पोस्टर बैनरों से अटा है.
बड़ी खबर : गढ़मुक्तेश्वर में कार्तिक मेले पर सियासी रंग, किसान नेता राकेश टिकैत ने की पंचायत