महाराष्ट्र में नई सरकार की गठन के बाद सबकी नजर मंत्रिमंडल के विस्तार पर टिकी हुई है. सब नए कैबिनेट के गठन की राह देख रहे हैं. इसी क्रम में सूचना मिल रही है कि कल शाम तक मंत्रिमंडल का विस्तार होने की संभावना है. सूत्रों के मुताबिक पहले विस्तार में आठ बीजेपी के और 7 एकनाथ शिंदे समूह के विधायक मंत्रिपद की शपथ ले सकते हैं. बीजेपी में ज्यादातर नए चेहरों को मौका मिल सकता है.
शिंदे ने 30 जून को शपथ ली थी
मालूम हो कि महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर राजनीतिक उठा पटक के बाद सत्ता में आई मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार के गठन को शनिवार को एक महीना पूरा हो गया, लेकिन इसके कैबिनेट का अभी तक विस्तार नहीं हुआ है. शिंदे की अगुवाई में कई विधायकों के शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह करने के 10 दिन बाद राज्य में नई सरकार का गठन हुआ था. शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
सत्ता में आने के बाद शिंदे सरकार ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया, जिसे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पिछली सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था. दो सप्ताह पहले फडणवीस ने कहा था कि परियोजना में तेजी लाने के लिए सभी मंजूरी दे दी गई है. गौरतलब है कि वर्तमान में शिंदे और फडणवीस ही कैबिनेट के सदस्य हैं. कैबिनेट विस्तार में देरी के कारण विपक्षी दलों को सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया है.
योजना को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए
कांग्रेस की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष रत्नाकर महाजन ने बातचीत के दौरान कटाक्ष करते हुए कहा, '' यह राज्य के इतिहास में पहली बार है कि दो सदस्यों का एक विशाल मंत्रिमंडल बाढ़, कुछ स्थानों पर बारिश की कमी और अन्य मामलों को संभाल रहा है.'' उन्होंने कहा, ''किसी राजनीतिक दल के लिए कभी इतनी दयनीय स्थिति नहीं रही कि वह एक महीने में किसी राज्य में पूर्ण मंत्रिमंडल नहीं बना पाया हो. इसके लिए भाजपा की अति महत्वाकांक्षी योजना को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.''
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