यूं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने नौ साल के कार्यकाल में अमेरिका की कई यात्राएं कर चुके हैं, लेकिन वह अब पहली बार राजकीय यात्रा के लिए रवाना हुए हैं, और अमेरिका की ओर से सिर्फ करीबी और सहयोगी मुल्कों के नेताओं को दिया जाने वाला राजकीय यात्रा के निमंत्रण का सम्मान मिलने के बाद एक मुद्दा और है, जिसके लिए आवाज़ उठनी शुरू हो गई है. और वह है, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की स्थायी सदस्यता. दुनिया का मौजूदा माहौल ऐसा है कि अगर संयुक्त राष्ट्र विश्वसनीय संगठन बना रहना चाहता है, तो उसे UNSC में अधिक स्थायी सदस्यों को शामिल करने की ज़रूरत है.
दुनिया के सामने मौजूद वर्तमान चुनौतियों से निपटने में बेहद विभाजनकारी रही सुरक्षा परिषद में तत्काल सुधार की मांग करने के प्रयासों में भारत सबसे आगे रहा है. भारत ने ज़ोर देकर कहा है कि UNSC अपने मौजूदा स्वरूप में आज की भू-राजनीतिक वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित नहीं करती है, और अगर भारत जैसी विकासशील शक्तियों को स्थायी सदस्यता नहीं दी जाती है, तो UNSC की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लग जाएगा.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में इस समय 5 स्थायी सदस्य हैं, चीन, फ्रांस, रूस, UK और USA. इन पांच स्थायी सदस्यों के अलावा UNSC में 10 गैर-स्थायी सदस्य चुने जाते हैं, जो दो साल तक सदस्य रहते हैं. भारत ने पिछले साल दिसंबर में परिषद के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया है. गौरतलब है कि सिर्फ़ स्थायी सदस्यों के पास ही किसी भी प्रस्ताव पर वीटो करने (इंकार करने) का अधिकार होता है, जो बहुमत के बिना भी प्रभावी होता है.
आज NDTV आपको बता रहा है वे 5 वजहें, जिनके चलते भारत को यह अहम सदस्यता मिलनी ही चाहिए.
- भारत की दुनिया में आज एक नई साख है, जिसके चलते अगर संयुक्त राष्ट्र अपनी प्रासंगिकता और विश्वसनीयता बनाए रखना चाहता है, तो उसे भारत जैसे मुल्कों को स्थायी सदस्यता देनी होगी.
- भारत दुनिया की 17 फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व करता है...
- भारत इस वक्त दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, और हाल ही में उसने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य ब्रिटेन को अर्थव्यवस्था के मामले में पीछे छोड़ा है.
- दुनिया के बहुत-से देश भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के रूप में देखना चाहते हैं. दरअसल, मौजूदा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों में चीन के अलावा सभी देश - अमेरिका, रूस, ब्रिटेन तथा फ्रांस - भारत को UNSC की स्थायी सदस्यता दिए जाने के पक्ष में हैं.
- संयुक्त राष्ट्र में भारत का योगदान बहुत ज़्यादा रहा है. संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशनों में अब तक भारत के 2,00,000 से ज़्यादा जवान शिरकत कर चुके हैं.