- फरीदाबाद के फतेहपुर तगा गांव में एक मकान से 10 नवंबर को 2563 किलो अमोनियम नाइट्रेट मिला था
- बरामद अमोनियम नाइट्रेट को करीब 50 कट्टों में रखा गया था और उसे ट्रक से ले जाना पड़ा था
- इससे पहले धौज गांव से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, टाइमर, वॉकी टॉकी और असॉल्ट रायफलें बरामद हुई थीं
लाल किला के सामने हुए फिदायीन ब्लास्ट के मामले में रोज खुलासे हो रहे हैं. इस व्हाइट कॉलर आतंकी नेटवर्क के नए-नए राज सामने आ रहे हैं. इस बीच NDTV को फरीदाबाद के फतेहपुर तगा गांव में मिले अमोनियम नाइट्रेट के जखीरे का एक्सक्लूसिव वीडियो मिला है.
जम्मू कश्मीर पुलिस और हरियाणा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 10 नवंबर को फरीदाबाद के फतेहपुर तगा गांव के एक मकान से 2563 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया था. यह मकान गांव के बाहरी इलाके में था. वीडियो को देखने से साफ है कि ये अमोनियम नाइट्रेट करीब 50 कट्टों में भरकर रखा गया था. ये इतना बड़ा जखीरा था कि सुरक्षा एजेंसियों को उसे ले जाने के लिए ट्रक मंगाना पड़ा था.
फतेहपुर तगा गांव के जिस मकान से अमोनियम नाइट्रेट का जखीरा बरामद हुआ था, वह आतंकी साजिश में गिरफ्तार डॉक्टर मुजम्मिल ने एक मौलाना इश्ताक से किराए पर लिया था. मौलाना को भी पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.
इस बरामदगी से कुछ घंटे पहले पुलिस ने फरीदाबाद के धौज गांव से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट के अलावा 20 टाइमर, वॉकी टॉकी और असॉल्ट रायफलें बरामद की थीं. धौज से फतेहपुर तगा गांव करीब 4 किलोमीटर दूर है. माना जा रहा है कि इसी बरामदगी से घबराकर डॉ. उमर नबी बचे अमोनियम नाइट्रेट को कार में लेकर निकल गया था और लाल किले पर जाकर धमाका कर दिया था.
सुरक्षा एजेंसियों की जांच से पता चला था कि लाल किला ब्लास्ट में 2 किलो से ज्यादा अमोनियम नाइट्रेट इस्तेमाल किया गया था. साथ में डेटोनेटिंग मटीरियल का भी प्रयोग हुआ था. सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि इस तरह के विस्फोटक से धमाका करने के लिए उसे 5 से 10 मिनट में भी तैयार किया जा सकता है.
बता दें कि अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल खाद के अलावा खनन और औद्योगिक कार्यों में भी किया जाता है. ये अपने आप में विस्फोटक नहीं होता, लेकिन जब इसे पेट्रोल, डीजल या केरोसिन जैसे किसी ईंधन के साथ मिलाया जाता है, तब ये शक्तिशाली विस्फोटक बन जाता है. आतंकी अक्सर इसका इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि ये आसानी से मिल जाता है.













