पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले, चुनाव आयोग (Election Commission) और स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के शीर्ष अधिकारियों की गुरुवार को COVID-19 स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक हुई. इसमें एम्स (AIIMS) के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने भी भाग लिया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण भी मौजूद थे.
सूत्रों के अनुसार बैठक के दौरान मौजूदा कोविड-19 स्थिति की समीक्षा की गई और चुनाव के दौरान सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों की राय ली गई. सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में बात पर भी चर्चा हुई कि मतदाताओं और कर्मचारियों का पूर्ण टीकाकरण अनिवार्य किया जाए.
कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव और चुनाव आयोग की बैठक आज
आयोग ने एक अन्य बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला के साथ पांच राज्यों- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी विचार विमर्श किया.
सूत्रों ने कहा कि आयोग ने कोविड की स्थिति की 'व्यापक समीक्षा' की और चुनाव प्रचार तथा मतदान के दौरान किए जाने वाले सुरक्षा उपायों के संबंध में चिकित्सा विशेषज्ञों से सुझाव लिए. आयोग ने स्वास्थ्य सचिव से सभी पात्र व्यक्तियों के लिए पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया.
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इससे पहले, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने 27 दिसंबर को निर्वाचन आयोग के साथ बैठक की थी. चर्चा के दौरान निर्वाचन आयोग ने सरकार से चुनाव वाले राज्यों में टीकाकरण कार्यक्रम को तेज करने के लिए कहा था. इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और आयोग के अगले कुछ दिनों में मतदान की तारीखों की घोषणा करने की उम्मीद है.
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