"दुर्भाग्य से यह आक्षेपों से भरी थी": चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी की चोट को लेकर तृणमूल कांग्रेस की चिट्ठी का दिया जवाब

कोलकाता में चुनाव आयुक्त से मिलने के बाद टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने वहा कि जो कोई भी मुख्यमंत्री पर हुए हमले के लिए जिम्मेदार है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. जेड प्लस सुरक्षा में होने के बावजूद एक मुख्यमंत्री और चुनाव प्रत्याशी पर हमला कैसे हुआ.

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नई दिल्ली:

चुनाव आय़ोग ने नंदीग्राम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) को लगी चोट के मामले तृणमूल कांग्रेस के पत्र का जवाब गुरुवार शाम को दे दिया. चुनाव आयोग ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह चिट्ठी आक्षेपों और आरोपों से भरी हुई थी. आयोग ने कहा कि वास्तव में यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी और इसकी तत्परता से जांच किए जाने की जरूरत है. 

चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने कहा कि यह कहना पूरी तरह गलत है कि चुनाव कराने के नाम पर निर्वाचन संस्थान ने कानून-व्यवस्था की मशीनरी को पूरी तरह हाथों में ले लिया है और सरकार के पूरे ढांचे को नियंत्रण में ले लिया है.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बुधवार की शाम नंदीग्राम में हुए कथित हमले के बाद से तृणमूल कांग्रेस (TMC) हमलावर बनी हुई थी. टीएमसी सांसद डेरेक-ओ-ब्रायन (Derek O'Brien) और दो अन्य नेताओं के हस्ताक्षर की एक चिट्ठी बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी को सौंपी गई थी. इसमें तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने मुख्यमंत्री पर हुए हमले का पूरा घटनाक्रम बताया गया है.

कोलकाता में चुनाव आयुक्त से मिलने के बाद टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने वहा कि जो कोई भी मुख्यमंत्री पर हुए हमले के लिए जिम्मेदार है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने सवाल उठाया कि जेड प्लस सुरक्षा में होने के बावजूद एक मुख्यमंत्री और चुनाव प्रत्याशी पर हमला कैसे हुआ. उन्होंने कहा कि दीदी देश की अकेली महिला मुख्यमंत्री हैं. 

टीएमसी ने चिट्ठी में आरोप लगाया था कि बंगाल में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव के बहाने 9 मार्च को चुनाव आयोग ने पुलिस महानिदेशक (DGP) को हटाया.अगले ही दिन 10 मार्च को बीजेपी के एक सांसद ने शाम 5 बजे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि आप समझ जाएंगे शाम को क्या होने वाला है और फिर शाम  6 बजे नंदीग्राम में ममता बनर्जी के साथ यह हादसा हो गया.

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