चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंदिर दर्शन यात्रा से संबंधित “लिफाफा” टिप्पणी को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान पिछले सप्ताह राज्य के इकलौते मुस्लिम मंत्री मोहम्मद अकबर को निशाना बनाकर की गई टिप्पणियों के लिए असम के मुख्यमंत्री को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
प्रियंका गांधी पर क्या हैं आरोप
भाजपा ने प्रियंका के खिलाफ शिकायत दी थी, जिसके एक दिन बाद आयोग ने उन्हें नोटिस भेजा है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को, प्रियंका पर राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान झूठे दावे करने के लिए ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की निजी धार्मिक आस्था का उल्लेख करने का आरोप लगाया था और निर्वाचन आयोग से उनके खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया था.
भाजपा ने अपनी शिकायत में कहा है कि वाड्रा ने 20 अक्टूबर को दौसा में एक जनसभा में कहा था कि उन्होंने टीवी पर देखा कि जब प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक मंदिर में दिए गए दान का एक लिफाफा खोला गया तो उसमें केवल 21 रुपये थे. इसके बाद उन्होंने भाजपा पर राजनीतिक हमला करते हुए कहा कि भाजपा जनता को 'लिफाफे' दिखाती है लेकिन चुनाव के बाद उनमें कुछ नहीं मिलता। भाजपा ने अपनी शिकायत में उनकी टिप्पणी का एक वीडियो भी शामिल किया है.
असम के मुख्यमंत्री पर क्या है आरोप
असम के मुख्यमंत्री ने 18 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के कवर्धा में अपने भाषण के दौरान अकबर पर निशाना साधते हुए कहा था, “यदि अकबर को नहीं हटाया गया तो माता कौशल्या की भूमि अपवित्र हो जाएगी.” उन्होंने कहा था, “एक अकबर कहीं आता है तो 100 अकबर बुलाता है. अत: जितनी जल्दी हो सके उसे विदा करो, अन्यथा माता कौशल्या की भूमि अपवित्र हो जायेगी.”
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