केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को नीट-यूजी मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले की सराहना करते हुए मंगलवार को इसे ‘सत्य की जीत' बताया और कहा कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा के अंतिम परिणाम दो दिनों में घोषित किए जाएंगे.
उच्चतम न्यायालय ने नीट-यूजी 2024 के असफल अभ्यर्थियों को बड़ा झटका देते हुए मंगलवार को उन याचिकाओं को खारिज कर दिया, जिनमें विवादों से घिरी इस परीक्षा को रद्द कर दोबारा आयोजित कराने की मांग की गई थी. इसके साथ ही न्यायालय ने कहा कि इसकी विश्वसनीयता के व्यवस्थित तरीके से प्रभावित होने और अन्य गड़बड़ियों को दर्शाने वाली कोई सामग्री रिकॉर्ड में नहीं है.
न्यायालय का यह अंतरिम फैसला है और बाद में विस्तृत फैसला सुनाया जाएगा. इस अंतरिम फैसले से केंद्र सरकार और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) को बड़ी राहत मिली है, जो पांच मई को संपन्न परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक सहित बड़े पैमाने पर कथित गड़बड़ी को लेकर सड़क से लेकर संसद तक कड़ी आलोचना एवं विरोध का सामना कर रही है. प्रधान ने यहां संवाददाता सम्मेलन में अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “सत्यमेव जयते. सत्य की जीत हुई है.”
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कहती रही है कि बड़े पैमाने पर लीक नहीं हुआ है और उच्चतम न्यायालय ने भी इसे बरकरार रखा है. उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी तरह की चूक को बर्दाश्त नहीं करेगी है और ‘‘परीक्षाओं की शुचिता हमारे लिए सर्वोच्च है''.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगर कोई भी परीक्षा में अनियमितता में संलिप्त पाया गया, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा. प्रधान ने कहा कि एनटीए दो दिनों में नीट-यूजी के अंतिम परिणाम घोषित करेगी. उन्होंने कहा कि परीक्षा की मेधा सूची में शीर्ष अदालत की टिप्पणियों के अनुसार संशोधन किया जाएगा.
विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि वह नीट मुद्दे पर “अराजकता और अशांति” पैदा करने की कोशिश कर रहा है.