जेल में बंद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) के वकील ने शुक्रवार को यहां एक विशेष अदालत से कहा कि यह एक दुर्लभ मामला है, जिसमें उम्र कैद की सजा काट रहा एक दोषी 28 साल से जन प्रतिनिधि रहे व्यक्ति के खिलाफ जांच एजेंसी का सर्वाधिक विश्वसनीय गवाह है. मलिक, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री हैं जो वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं. भगोड़ा गैंगस्टर दाउद इब्राहिम और उसके सहयोगियों की गतिविधियों से संबद्ध जांच में धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें 23 फरवरी को गिरफ्तार किया था.
मलिक के खिलाफ मामले में ईडी (ED) मुनिरा प्लंबर और सरदार खान के बयानों पर निर्भर है. खान को मुंबई में 1993 में हुए बम विस्फोटों में उसकी भूमिका को लेकर उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी. मलिक के वकील अमित देसाई ने राकांपा नेता की जमानत के लिए दलील देते हुए कहा, ‘‘उन्हें कोई बेहतर गवाह नहीं मिल सका. यह एक दुर्लभ मामला है, जिसमें उम्र कैद की सजा काट रहा एक दोषी 28 साल से जन प्रतिनिधि रहे व्यक्ति के खिलाफ जांच एजेंसी का सर्वाधिक विश्वसनीय गवाह है. ''
ये भी पढ़ें : ‘अग्निपथ' विवाद : नड्डा की युवाओं से अपील, प्रदर्शन छोड़ प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा करें
देश के कई राज्यों में सोमवार को झमाझम बारिश की संभावना, जानें कैसा रहेगा दिल्ली का मौसम
ये भी देखें : विरोध के बीच 'अग्निपथ' में कई बदलाव, सैन्य अधिकारी बोले- वापस नहीं होगी योजना