- ED ने MUDA घोटाले में 34 अचल संपत्तियों को ₹40.08 करोड़ मूल्य के साथ अस्थायी रूप से अटैच किया है
- जांच में पता चला कि पूर्व MUDA कमिश्नर जी.टी. दिनेश कुमार ने भारी रिश्वत लेकर 31 साइटें आवंटित की थीं
- ED ने कई ठिकानों पर तलाशी ली, जिसमें सरकार के आदेशों और नियमों के उल्लंघन का सबूत मिला है
प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक बड़े मामले में कार्रवाई करते हुए 34 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से अटैच किया है. इन संपत्तियों की मार्केट वैल्यू करीब ₹40.08 करोड़ बताई गई है. यह कार्रवाई MUDA (Mysore Urban Development Authority) घोटाले से जुड़ी है.
ED ने यह जांच लोकायुक्त पुलिस, मैसूर की FIR के आधार पर शुरू की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि MUDA की साइटों के आवंटन में बड़े पैमाने पर धांधली की गई थी. जांच में पता चला कि पूर्व MUDA कमिश्नर जी.टी. दिनेश कुमार ने भारी मात्रा में रिश्वत लेकर अवैध साइट अलॉट की थीं और उस पैसे को अपने रिश्तेदारों और सहयोगियों के नाम पर प्रॉपर्टी खरीदने में इस्तेमाल किया था.
ED की जांच में जो खुलासे हुए उसके मुताबिक जी.टी. दिनेश कुमार ने 31 साइटें गैरकानूनी तरीके से अलॉट कीं. 18 और 28 अक्टूबर 2024 को ED ने कई ठिकानों पर तलाशी ली थी. तलाशी में सामने आया कि ये साइटें सरकार के आदेशों और कर्नाटक अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी के नियमों का उल्लंघन करते हुए अलॉट की गई थीं.
जांच में MUDA अफसरों और रियल एस्टेट कारोबारियों के बीच गहरा गठजोड़ भी सामने आई. कई जगह कैश में पेमेंट लेकर साइट अलॉट करने और लेआउट पास कराने के सबूत भी मिले. इससे पहले, ED ने इस केस में 252 अवैध MUDA साइटों को पहले ही अटैच कर लिया था.
मुख्य आरोपी जी. टी. दिनेश कुमार को 16 सितंबर 2025 को गिरफ्तार किया गया था और वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. अब तक इस घोटाले में ED कुल ₹440 करोड़ से ज्यादा की संपत्तियां अटैच की जा चुकी है. हालांकि, ED की जांच अभी जारी है.