अरबों के सट्टेबाजी रैकेट से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को बुकी और हवाला ऑपरेटर अनिल जयसिंघानी को गिरफ्तार किया है. उनकी गिरफ्तारी प्रवर्तन निदेशालय की अहमदाबाद यूनिट ने की है. बता दें कि उनकी बेटी अनिक्षा को हाल ही में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी से जबरन वसूली और ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
अनिल जयसिंघानी पर दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. उसके खिलाफ पहली बार प्रवर्तन निदेशालय ने लगभग छह साल पहले केस दर्ज किया था. आरोप है कि अमृता ने अनिक्षा के पिता अनिल जयसिंघानी को उसके खिलाफ दर्ज कई मामलों में बचाने से इनकार किया, तो उनसे पैसे ऐंठने की भी कोशिश की गई.
ईडी के अहमदाबाद कार्यालय ने शुक्रवार को पेशी वारंट के साथ मुंबई की एक अदालत का रुख किया और जयसिंघानी को हिरासत में लिया. जांच एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत उसकी हिरासत की मांग की.
ईडी अहमदाबाद की एक अदालत द्वारा जयसिंघानी के खिलाफ अतीत में जारी एक गैर-जमानती वारंट पर कार्रवाई कर रही थी. यह वारंट आईपीएल मैचों में कथित सट्टेबाजी से जुड़े मामले की जांच के सिलसिले में 2015 में जारी किया गया था. इस मामले की जांच संघीय एजेंसी कर रही है.
समझा जाता है कि शुक्रवार को जयसिंघानी को हिरासत में लेने के बाद एजेंसी इस मामले में उसका बयान दर्ज कर रही है. जयसिंघानी को शराब के कथित अवैध कारोबार के एक मामले में हाल में मध्य प्रदेश पुलिस ने भी हिरासत में लिया था.
पिता-पुत्री पर आरोप है कि उन्होंने एक साजिश रची, जिसके तहत अनिक्षा ने अमृता फडणवीस के साथ दोस्ताना संबंध बनाए और फिर उनसे ‘अपने पिता को उसके खिलाफ लंबित कई आपराधिक मामलों से बचाने' का अनुरोध किया, क्योंकि अमृता के पति लोक सेवक (उपमुख्यमंत्री) हैं. अनिक्षा ने अमृता फडणवीस को एक करोड़ रुपये की रिश्वत देने की कोशिश की.
दक्षिण मुंबई के मालाबार हिल थाने ने 20 फरवरी को अनिल जयसिंघानी और अनिक्षा के खिलाफ कुछ ऑडियो और वीडियो क्लिप सार्वजनिक करने की धमकी देने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की थी, जिनमें अमृता फडणवीस अनिक्षा से कथित रूप से लाभ लेते हुए नजर आ रही हैं.
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