रविवार को कोलकाता सहित दक्षिणी पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में बारिश हुई, जिससे दुर्गा पूजा उत्सव पर असर पड़ा. दो साल के अंतराल के बाद बड़े पैमाने पर इस उत्सव का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन बारिश के कारण पंडालों में पानी भर गया. काशी बोस लेन पूजा समिति के प्रवक्ता सौमेन दत्ता ने कहा, "बारिश के बावजूद लोग हमारे पास आ रहे हैं. हम देवी मां से प्रार्थना करेंगे ताकि स्थिति खराब न हो."
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 72 घंटों में पूरे दक्षिण बंगाल में मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. मौसम विभाग ने इस अवधि के दौरान दक्षिण बंगाल के अधिकांश हिस्सों में मध्यम बारिश और पुरबा और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना और बीरभूम जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश की भविष्यवाणी की है.
मौसम विभाग ने हाल ही में बंगाल की खाड़ी के उत्तरी-पश्चिमी हिस्से में एक अक्टूबर को चक्रवातीय परिसंचरण बनने का अनुमान जताया था. मौसम विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय के निदेशक जी. के. दास ने कहा था कि इस कारण दो अक्टूबर, महासप्तमी के दिन कोलकाता और राज्य के अन्य दक्षिणी जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना है. गौरतलब है कि बंगाल में दुर्गा पूजा का मुख्य उत्सव महासप्तमी से शुरू होकर महादशमी तक, चार दिन चलता है.
कोलकाता में शनिवार को 31 मिमी बारिश दर्ज की गई, कुछ इलाकों में बारिश हुई और अन्य हिस्से सूखे रहे.उत्तर और मध्य कोलकाता के क्षेत्रों में बारिश हुई, जबकि दक्षिण में कम बारिश हुई. रविवार को हुई बारिश के आंकड़े की तुलना की जा रही थी.
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