मध्यप्रदेश के जबलपुर में चलती बस में ड्राइवर को अटैक आने से अनियंत्रित बस की चपेट में वहां से गुजर रहे कई वाहन आ गए. इससे बस की चपेट में आए एक बुजुर्ग और ड्राइवर की मौत हो गई. ये गनीमत थी कि बस की रफ़्तार कम थी. फिर भी वह लहराती हुई काफी दूर तक गई. बस ने कई राहगीरों को नुकसान पहुंचाया. बस आखिरी में एक ई-रिक्शा से टकराने के बाद रुकी.
कोतवाली पुलिस के मुताबिक ई-रिक्शा में सवार दो बच्चों समेत छह लोग बुरी तरह घायल हुए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है.
अटैक आने के बाद ड्राइवर के स्टेयरिंग पर झूलते ही बस अनियंत्रित हो गई. उसकी चपेट में आया एक ई-रिक्शा भी फंस गया. उसमें सवार दो बच्चों समेत 6 लोग बुरी तरह जख्मी हो गए. चलती बस में हुई इस घटना के दौरान उसमें सवार यात्रियों की सांसें भी कुछ देर के लिए अटकी रहीं. घटना में बस की चपेट में आए एक बुजुर्ग व्यक्ति की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.
रोजमर्रा की दिनचर्या में कई बार ऐसे किस्से भी हो जाते है, जिसके बारे में कभी सपने में भी कल्पना नहीं की जा सकती. मध्यप्रदेश के जबलपुर में कुछ ऐसा ही हुआ. पिछले दस साल से 60 साल के हरदेव पाल सिटी मेट्रो बस में ड्रायवर थे. वे रोजाना कई खेपों में बस से सैकड़ों लोगों का सफर सुहाना बनाते थे. लेकिन रोज के सफर वाला रास्ता शुक्रवार को उनकी जिंदगी का आखिरी सफर बन गया. बीच रास्ते में चलती बस में हरदेव पॉल को हार्ट अटैक आ गया. जिससे उनकी मौत हो गई.