कांग्रेस का पतन तब शुरू हुआ, जब इसके नेताओं का जनता से संपर्क टूट गया : गुलाम नबी आजाद 

कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद पिछले साल डीपीएपी गठित करने वाले आजाद ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को किसी भी मुद्दे के समाधान के लिए अपने नेताओं से मिलने का समय लेने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. 

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आजाद ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अपने नेताओं से मिलने के लिए भटकना पड़ता है. (फाइल)
जम्मू :

डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने डोडा जिले के तीन दिवसीय दौरे की शुरुआत करते हुए शनिवार को कहा कि शांति, एकता और विकास ही उनकी पार्टी का एकमात्र एजेंडा है. आजाद ने पार्टी कार्यकर्ताओं और विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों के साथ बातचीत में कहा, "चिनाब घाटी (डोडा, रामबन और किश्तवाड़ जिलों) पर मेरा मुख्य रूप से ध्यान है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यह विकसित हो तथा देश के बाकी हिस्सों से उपयुक्त रूप से जुड़ जाए."आजाद ने दावा किया कि कांग्रेस का पतन तब शुरू हुआ, जब इसके नेताओं का जनता से संपर्क टूट गया. 

आजाद ने कहा, "मैंने अपनी पार्टी के नेताओं को निर्देश दिया है कि वे केंद्र शासित प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचें और उन्हें धैर्यपूर्वक सुनें."

कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद पिछले साल डीपीएपी गठित करने वाले आजाद ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को किसी भी मुद्दे के समाधान के लिए अपने नेताओं से मिलने का समय लेने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. 

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विधानसभा चुनाव जल्द कराने और जम्मू कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग दोहराते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में निर्वाचित सरकार होने पर लोगों के समक्ष पेश आने वाले सभी मुद्दों का समाधान किया जाएगा. उन्होंने कहा, "लोग इतने सालों से एक लोकप्रिय सरकार का इंतजार कर रहे हैं."

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उन्होंने ध्रुवीकरण की राजनीति के प्रति लोगों को आगाह भी किया. आजाद ने कहा, "हम ऐसे समय में रह रहे हैं जहां क्षेत्रीय और धार्मिक मुद्दों को भड़का के और चुनावी लाभ के लिए लोगों को विभाजित करके राजनीति की जा रही है. हम ध्रुवीकरण और घृणा की राजनीति में विश्वास नहीं करते हैं. हम सब एकजुट हैं और हम शांति भाईचारे को मजबूत करने के लिए काम करेंगे."

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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