बेंगलुर भगदड़ मामले को लेकर लगातार बयानबाजी हो रही है. अब कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने भगदड़ मामले को लेकर कहा कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं, मामला दर्ज कर लिया गया है, लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही कहा कि उनकी सरकार बेंगलुरु भगदड़ मौत मामले को लेकर हरसंभव प्रयास कर रही है. इस घटना में 11 लोगों की मौत हो गई थी,
उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार पत्रकारों और अधिकारियों के समूह से घिरे हुए थे. उन्होंने कहा, "विपक्षी दल तत्काल न्यायिक जांच की मांग कर रहा था. मेरे माननीय मुख्यमंत्री ने न्यायिक जांच की घोषणा की है." साथ ही उन्होंने कहा, "कुछ जांच चल रही हैं. वित्तीय जांच, न्यायिक जांच. सरकार और क्या कर सकती है. सरकार ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है."
11 लोगों की मौत, कई अधिकारी सस्पेंड
इस सप्ताह की शुरुआत में आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की खिताबी जीत का जश्न मनाने के लिए हजारों की संख्या में लोग उमड़े थे. इस दौरान बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई और ग्यारह लोगों की मौत हो गई.
इस घटना के बाद बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त सहित कई पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था. वहीं सिद्धारमैया के राजनीतिक सचिव को हटाया गया है. वहीं इंटेलीजेंस विभाग के प्रमुख का ट्रांसफर कर दिया गया.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं हो, इसके लिए सरकार एक कार्य योजना लेकर आएगी.
बेंगलुरु पुलिस ने आरसीबी फ्रेंचाइजी, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, अवैध रूप से एकत्र होने और अन्य गंभीर आरोपों के तहत एफआईआर दर्ज की है.
भाजपा पर बरसे सीएम सिद्धारमैया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भगदड़ का राजनीतिकरण करने के लिए भाजपा की जमकर आलोचना की. उनकी यह टिप्पणी भाजपा द्वारा कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर इस घटना में पुलिस को "बलि का बकरा" बनाने का आरोप लगाने के बाद आई है.
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह केवल तभी कार्रवाई करती है जब उन पर दबाव डाला जाता है.
गुरुवार को एनडीटीवी को दिए एक साक्षात्कार में शिवकुमार ने कहा था कि मौतों को लेकर "हमें जो दर्द हो रहा है" उसे व्यक्त नहीं कर सकते और राज्य सरकार "बहुत खेद" व्यक्त करती है.
शिवकुमार ने एनडीटीवी से कहा कि मैं अपनी पीड़ा को शब्दों में बयां नहीं कर सकता. मैंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा होगा. पूरा राज्य देख रहा था. हमें बहुत खेद है. उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते.