- एक्ट्रेस दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर दो बदमाशों ने करीब 10-15 राउंड फायर किए थे.
- सीएम योगी ने दिशा के पिता को भरोसा दिलाया था कि पुलिस अपराधियों को पाताल से भी ढूंढ निकालेगी.
- हमले के 5 दिन बाद दोनों को गाजियाबाद में ढेर कर दिया गया. दोनों रोहित गोदारा-गोल्डी बरार गैंग से थे.
दिन- 12 सितंबर 2025. समय - रात के 3.45 बजे. जगह - बरेली उत्तर प्रदेश. मोटर साइकिल पर दो युवक आते हैं. एक घर का चक्कर काटते हैं, फिर मकान के पास आकर 10-15 राउंड ताबड़तोड़ फायर करते हैं और फरार हो जाते हैं. बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के पुश्तैनी घर पर हुई ये पूरी वारदात पास में लगे सीसीटीवी में कैद हो जाती है. इसके ठीक 5 दिन बाद दोनों शूटरों को गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी एरिया में ढेर कर दिया जाता है. दोनों रोहित गोदारा-गोल्डी बरार गैंग के मेंबर थे.
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योगी ने कहा था, पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया कि योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश में जुर्म करने वालों का बचना मुश्किल है. दिशा पाटनी के घर फायरिंग के बाद सीएम योगी ने खुद उनके पिता जगदीश सिंह पाटनी से फोन पर बात की थी और भरोसा दिलाया था कि यूपी पुलिस अपराधियों को पाताल से भी ढूंढ निकालेगी. डरने की जरूरत नहीं है. घटना के 5 दिन के अंदर योगी की पुलिस ने अपराधियों का हिसाब बराबर कर दिया. दोनों आरोपी एनकाउंटर में ढेर कर दिए गए.
दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर फायरिंग करने वाले बदमाश सीसीटीवी में कैद हो गए थे.
फायरिंग के वक्त दिशा का परिवार घर में था
बरेली के सिविल लाइंस इलाके में स्थित दिशा पाटनी के विला नंबर 40 पर 12 सितंबर को जब ये फायरिंग हुई थी, उस वक्त दिशा के पिता जगदीश सिंह पाटनी (रिटायर्ड डीएसपी), मां और बहन खुशबू पाटनी घर पर मौजूद थे, लेकिन किसी को चोट नहीं लगी थी. थाना कोतवाली बरेली में मुकदमा दर्ज होने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने खुद संज्ञान लिया और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए.
दोनों बदमाशों को पुलिस ने ऐसे किया ढेर
यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और हरियाणा एसटीएफ की संयुक्त टीम ने इंटेलिजेंस और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों को खोज निकाला. आसपास के राज्यों के क्राइम रिकॉर्ड्स और टेक्निकल सर्विलांस से दोनों बदमाशों की पहचान की गई.
पहचान होने के बाद गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी एरिया में दोनों बदमाशों की घेराबंदी की गई. पुलिस के मुताबिक, मुठभेड़ के दौरान बदमाशों ने पुलिस पर गोली चलाई. जवाबी कार्रवाई में दोनों घायल हो गए. अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उनकी मौत हो गई.
गोदारा-गोल्डी बरार गैंग के मेंबर थे
पुलिस के मुताबिक आरोपियों की पहचान रविंद्र पुत्र कल्लू, निवासी कहनी, रोहतक, हरियाणा और अरुण पुत्र राजेंद्र, निवासी इंडियन कॉलोनी, गोहना रोड, सोनीपत, हरियाणा के रूप में हुई है. ये दोनों रोहित गोदारा - गोल्डी बरार गैंग के सक्रिय मेंबर थे. रविंद्र पहले भी कई आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है.
विदेशी पिस्टल, कारतूस भी बरामद
पुलिस ने बताया कि एनकाउंटर की जगह से पुलिस को ग्लॉक और जिगाना पिस्टल के साथ कई कारतूस भी मिले हैं. ये दोनों विदेशी सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल हैं, जो काफी चर्चित हैं. ऑस्ट्रियाई पिस्टल ग्लॉक का इस्तेमाल दुनिया में कई देशों की कई सेनाओं और पुलिस बलों द्वारा किया जाता है. वहीं, जिगाना तुर्की पिस्टल है, जो सटीक निशाने के लिए प्रसिद्ध है.
संतों के अपमान पर कराई थी फायरिंग
एनकाउंटर के बाद एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि रोहित गोदारा - गोल्डी बरार गैंग धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के बहाने सेलिब्रिटी परिवारों को निशाना बना रहा था. दिशा की बहन खुशबू पाटनी के एक कथित बयान को लेकर यह वारदात की गई थी. गैंग ने सोशल मीडिया पर इसकी जिम्मेदारी भी ली थी, जिसमें प्रेमानंद महाराज और अनिरुद्धाचार्य महाराज का अपमान बताया था.