रिटायर्ड डिप्टी एसपी और अभिनेता दिशा पटानी के पिता जगदीश सिंह पटानी से 5 व्यक्तियों के एक समूह ने कथित तौर पर 25 लाख रुपये की धोखाधड़ी की, जिन्होंने उन्हें एक सरकारी आयोग में उच्च रैंकिंग पद दिलाने का वादा किया था. इस बारे में पुलिस की तरफ से जानकारी दी गई. शुक्रवार शाम बरेली कोतवाली पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई. कोतवाली पुलिस स्टेशन प्रभारी डीके शर्मा ने कहा, "शिवेंद्र प्रताप सिंह, दिवाकर गर्ग, जूना अखाड़े के आचार्य जयप्रकाश, प्रीति गर्ग और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी और जबरन वसूली का मामला दर्ज किया गया है."
जगदीश पटानी का क्या आरोप
शर्मा ने कहा, "आरोपियों को गिरफ्तार करने और सख्त कार्रवाई करने के प्रयास जारी हैं." शिकायत के मुताबिक, बरेली के सिविल लाइंस इलाके के निवासी जगदीश पटानी ने आरोप लगाया कि शिवेंद्र प्रताप सिंह, जिन्हें वह व्यक्तिगत रूप से जानते थे. उन्होंने उन्हें दिवाकर गर्ग और आचार्य जयप्रकाश से मिलवाया. आरोपी ने मजबूत राजनीतिक संबंध होने का दावा किया और पटानी को सरकारी आयोग में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष या इसी तरह का कोई प्रतिष्ठित पद हासिल करने का आश्वासन दिया.
जगदीश पटानी से लिए 25 लाख
पटानी का विश्वास हासिल करने के बाद, समूह ने कथित तौर पर उनसे ₹ 25 लाख ले लिए - "5 लाख रुपये नकद और ₹ 20 लाख तीन अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर के माध्यम से. जब तीन महीने तक कोई प्रगति नहीं हुई, तो आरोपी ने पैसे वापस करने का वादा किया. हालांकि, जब पटानी ने अपने पैसे वापस मांगे, तो उन्होंने धमकियां देना शुरू कर दिया और आक्रामक व्यवहार करना शुरू कर दिया.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
जगदीश पटानी ने आगे आरोप लगाया कि ठगों ने राजनीतिक संबंधों के अपने झूठे दावों को मजबूत करने के लिए अपने साथी को अधिकारी बता कर उन्हें गुमराह किया, जिसका नाम हिमांशु था. बड़ी धोखाधड़ी का संदेह होने पर, उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद एफआईआर दर्ज की गई.